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गोपालगंज में शौचालय की टंकी और झाड़ी से भारी मात्रा में दवा बरामद, सीएस ने दिया जांच का आदेश - ईटीवी न्यूज

भोरे रेफरल अस्पताल के परिसर में भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाओं के फेंके जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. दवाओं की बरामदगी के बाद मामला वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में आया. अब इसकी जांच शुरू कर दी गई है. डीएम के आदेश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार राय ने मौके पर जाकर पूरे मामले की जांच की थी.

गोपालगंज
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Published : Jan 23, 2022, 11:18 AM IST

Updated : Jan 23, 2022, 11:27 AM IST

गोपालगंज: गोपालगंज के भोरे रेफरल अस्पताल (Bhore Referral Hospital in Gopalganj) परिसर स्थित शौचालय की टंकी में भारी मात्रा में फेंकी गई दवाइयां (medicine recovered from toilet tank in Gopalganj) बरामद की गई हैं. दवा मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. गुरुवार को अस्पताल परिसर में भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाओं के फेंके जाने का फोटो व वीडियो वायरल हो गया. इसी बीच किसी ने फेंकी गई दवाओं की फोटो डीएम को भेज दी. इसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जांच कर उसकी रिपोर्ट तत्काल देने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया.

सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र प्रसाद द्वारा जांच के बाद कार्रवाई का आदेश दिया गया है. घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि जिला परिषद उपाध्यक्ष अमित कुमार राय सूचना पाकर रेफरल अस्पताल पहुंचे. इस दौरान अस्पताल में जांच की जांच के दौरान जर्जर हो चुके पुराने भवन, शौचालय की टंकी और परिसर में उग आए घास-फूस में फेंकी हुई भारी मात्रा में दवाएं मिलने लगीं. एक जर्जर भवन में दवाओं से भरे कार्टन को छिपा कर रखने तथा अस्पताल परिसर में फैले घास-फूस में दवाओं को जलाए जाने की बात भी सामने आई. बरामद दवाओं में कुछ की एक्सपायरी समाप्त हो गई थी, तो कुछ ऐसी भी दवाएं मिलीं जिनकी एक्सपायरी जुलाई 2022 है.

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सरकार द्वारा फैमिली प्लानिंग के लिए दी जाने वाली दावएं भी मिलीं. वहीं, जानकारी मिलते ही बीडीओ डॉ. संजय कुमार राय भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच की. जांच के दौरान फेंकी गयी 19 प्रकार की दवाओं का सैंपल एकत्रित किया गया. वहीं, कुल 37 प्रकार की दवाएं फेंकी हुई मिलने की बात सामने आई. जांच के दौरान अस्पताल परिसर में बंद किये शौचालयों का मुद्दा भी उठा. आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि फेंकी गई दवाओं को उन्हें उपलब्ध कराया गया होता तो गर्भवती महिलाओं के बीच वितरित कर दिया जाता. इस सन्दर्भ में सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र प्रसाद ने कहा है कि जांच का आदेश दिया गया है. दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्यवाई की जाएगी.

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Last Updated : Jan 23, 2022, 11:27 AM IST

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