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Gopalganj News: पॉलटेक्निक कॉलेज को हॉस्टल की सौगात, छात्रों ने कहा..'अब रहने में नहीं होगी असुविधा'

गोपालगंज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के तहत पाॅलिटेक्निक काॅलेज स्थित नवनिर्मित हाॅस्टल का उद्घाटन (Hostel inaugurated at Polytechnic College) किया. अब इस छात्रावास में यहां के छात्रों के लिए रहने की सुविधा उपलब्ध होगी. इससे पाॅलिटेक्निक काॅलेज के छात्रों में खुशी का ठिकाना नहीं है. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Feb 15, 2023, 6:30 PM IST

पाॅलिटेक्निक काॅलेज में हाॅस्टल का उद्घाटन

गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेसमाधान यात्राके (Samadhan Yatra in Gopalganj ) तहत बुधवार को यहां के कई चल रहे योजनाओं का मुआयना किया. इस दौरान उन्होंने करीब 60 योजनाओं का शिलान्यास व उदघाटन किया. इसी के तहत गोपालगंज पाॅलिटेक्निक काॅलेज के छात्र-छात्राओं की सुविधाओं को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने 50 करोड़ 54 लाख रुपये की लागत से बने पांच हॉस्टल का फीता काट कर उद्घाटन किया. अब इस हाॅस्टल से छात्र-छात्राओं को काफी सहूलियत मिलेगी.

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बिना हाॅस्टल के होती थी परेशानी: दरअसल, कुचायकोट प्रखण्ड के सिपाया स्थित पाॅलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को रहने और खाने लिए काफी परेशानी होती थी. काॅलेज में हाॅस्टल नहीं रहने के कारण बाहर के छात्रों को यहां किराये पर मकान लेकर रहना पड़ता था. किराये के कमरों में सुविधाओं के अभाव के कारण उनकी पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा था. अब सरकार की ओर से पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में नौ सौ बेड के हॉस्टल की छात्रा छात्राओं को सौगात दी गई है. इसमे छात्रों के लिए तीन यूनिट और छात्राओं के लिए दो यूनिट हॉस्टल मुहैया कराई गई है.

हाॅस्टल मिल जाने से छात्र-छात्राएं खुशः अब छात्र छात्राएं अन्यत्र जगह न रहकर काॅलेज परिसर के हॉस्टल में ही रह सकेंगे. हाॅस्टल में छात्र-छात्राओं के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध है. पाॅलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों के चेहरे पर इस सौगात से खुशियां साफ नजर आई. इस संदर्भ में पाॅलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों से जब बात की गई, तो उन्होंने बताया कि बिना हॉस्टल के हम लोगों को काफी परेशानी होती थी. इधर उधर रहकर पढ़ाई करते थे. खाना भी खुद से बनाना पड़ता था. इस कारण बहुत परेशानी झेलनी पड़ती थी, लेकिन अब हॉस्टल बनने के कारण अब हम लोगों को कोई समस्या नहीं होगी. साथ ही खाना भी नहीं बनाना पड़ेगा. इससे समय बचेगा और उस बचे हुए समय में हमलोग पढ़ाई करेंगे.

"बिना हॉस्टल के हम लोगों को काफी परेशानी होती थी. इधर उधर रहकर पढ़ाई करते थे. खाना भी खुद से बनाना पड़ता था. इस कारण बहुत परेशानी झेलनी पड़ती थी, लेकिन अब हॉस्टल बनने के कारण अब हम लोगों को कोई समस्या नहीं होगी"-छात्र

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