गोपालगंज(मांझा):जिले के मांझा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुए तोड़फोड़ को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा है. डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दर्जनों स्वास्थ्यकर्मी धरनाे पर बैठ गए हैं. इस धरने का नेतृत्व प्रभारी शाहिद नाजमी ने किया. इस दौरान ओपीडी व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित रही.
गोपालगंज: डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था
डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के कारण ओपीडी सेवा बंद रहने से मरीजों का इलाज नहीं हो सका. इस दौरान अस्पताल आए दर्जनों मरीज वापस लौट गए.
दरअसल, पिछले दिनों मांझागढ़ थाना क्षेत्र के शेखपरसा गांव निवासी चंदा देवी को सांप ने डंस लिया था. जिसके बाद परिजनों ने उसे तत्काल पीएचसी में भर्ती कराया. जहां से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. इसी बीच रास्ते मे ही महिला की मौत हो गई. जिसके बाद ग्रामीणों ने घटना के दूसरे दिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर हंगामा किया.
ग्रामीणों ने की डॉक्टरों से हाथापाई
इन दौरान ग्रामीणों ने चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट की और जमकर उत्पात मचाया. पीएचसी के प्राभरी आदिब रिजवी ने तत्काल स्थानीय थाना को सूचित किया. जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात को काबू किया था. इसके बाद चिकित्सक डॉ. परमानंद प्रसाद के बयान पर 13 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई. लेकिन किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इससे नाराज चिकित्सक और कर्मी हड़ताल पर चले गए है.