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बिहार, बाढ़ और विवाह: डगमगाते नाव से ससुराल पहुंचा दूल्हा, हिचकोले खाते दुल्हन लेकर लौटा घर

गोपालगंज के मांझा प्रखंड के निमुइयां गांव में बाढ़ के बीच एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. बाढ़ के पानी के बीच एक दूल्हे राजा नाव से ही शादी करने के लिए निकल पड़े और विवाह के बाद नाव से ही अपनी दुल्हनियां को विदाई भी करा कर ले आए. फिलहाल इस शादी की चर्चा खूब हो रही है.

दियारा इलाकों में लोगों के आने-जाने का नाव बना एकमात्र सहारा
दियारा इलाकों में लोगों के आने-जाने का नाव बना एकमात्र सहारा

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Published : Jun 20, 2021, 9:49 AM IST

गोपालगंज: बाढ़ प्रभावित इलाकों ( Flood Affected Areas ) से लोगों का पलायन जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ कई लोगों की शादी ( Marriage ) भी बाढ़ की वजह से प्रभावित हुईं हैं. इस बीच इसकी एक बानगी उस समय देखने को मिली, जब शादी करने के लिए एक दूल्हा अपनी दुल्हन के पास नाव पर सवार होकर पहुंचा और शादी कर दुल्हनियां (Bride) को अपने घर भी ले आया.

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बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
यह शादी लोगों के बीच चर्चा का विषय बन चुका है. मामला मांझा प्रखंड के निमुइयां गांव की है. परिजनों ने बताया कि जादोपुर थाना के भगवानपुर गांव के रामवचन यादव के पुत्र रामकुंवर यादव की शादी मांझा थाना के निमुईयां गांव के कन्हैया यादव की बेटी कुमारी किरण के साथ होनी थी. शादी के दिन समय पर दूल्हे की गाड़ी बारातियों के काफिले के साथ जब लड़की के घर के लिए चली तो, रास्ते में बाढ़ देखकर दूल्हा समेत बारातियों के होश उड़ गए.

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नाव से दूल्हे राजा ले आए दुल्हनियां
अब दुल्हन नाव से लाने के अलावा और कोई दूसरा चारा नहीं था. इसके बाद दूल्हे ने गाड़ियों को वापस भेज दिया और नाव पर सवार होकर शादी करने दुल्हन के घर चल दिया, जहां शादी संपन्न हुई और नाव के द्वारा ही वह दुल्हन को विदा कराकर अपने घर लौटा.

नाव पर सवार होकर दुल्हनियां लाने चले दूल्हे राजा

'मेरे बेटे की आज शादी है लेकिन बाढ़ आ गई है. शादी करना भी जरुरी है. इसके लिए नाव ही एक सहारा है, नाव से ही जाकर अपने बेटे की शादी करेंगे.': रामवचन यादव, दूल्हे का पिता

कई गांवों में बाढ़ जैसे हलात
बाल्मीकि नगर बराज ( Valmiki Nagar Barrage) से छोड़े गए 4 लाख 12 हजार क्यूसेक पानी के कारण गंडक नदी ( Gandak River) उफान पर है. हर तरफ तबाही मची हुई है. बारिश और बाढ़ (Rain and Flood) की वजह से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. पूरे दियरा इलाके (Diara Area) में लबालब पानी भर चुका है.

दियरा इलाकों में लोगों को आने-जाने का साधन बना नाव

लगातार बारिश बनी मुसीबत
बता दें कि जिले में लगातार हो रही बारिश और नेपाल से पानी डिस्चार्ज किए जाने से गंडक नदी का पानी तेजी से गांव में प्रवेश कर रहा है. मांझा और सदर प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. लोग बाढ़ के पानी से त्राहिमाम कर रहे हैं. कई गांव ऐसे हैं जहां पर जाने का कोई रास्ता ही नहीं बचा है.

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