गोपालगंज: कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया है. लोग इस वायरस के प्रकोप से बचने के लिए अपने-अनपे घरों में कैद हैं. कई लोगों के समाने भोजन की विकराल समस्या उतपन्न हो गई है. वर्तमान समय में इंसान तो इंसान जानवरों के भी खाने पर घोर संकट आ गए हैं. ऐसे में जिला पुलिस कप्तान ने मनोज कुमार तिवारी ने बेजुबानों के लिए भोजन उपलब्ध करा कर अपनी इंसानियत का फर्ज पूरा किया.
सराहनीय पहल: गोपालगंज SP मनोज कुमार तिवारी बंदरों के लिए दो टाइम के भोजन का किया प्रबंध - भोजन की विकराल समस्या
एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि मंदिर बंद हो जाने के बाद यहां रहने वाले बंदर और बकड़े भूख से तरप रहे थे. जिसे देखते हुए एक छोटी सी पहल की शुरूआत की गई है. जिससे की ये बेजुबान भूखे नहीं रहे. उन्होंने बताया कि मंदिर के बेजुबानों के लिए दो टाइम के भोजन का प्रबंध कराया गया है.
'मंदिर बंद रहने से भूखे थे बंदर'
दरअसल, जिले के प्रसिद्ध थावे मंदिर परिसर में काफी संख्या में बंदर रहते है. लॉकडाउन के वजह से मंदिर पिछले कई दिनों सें बंद है. मंदिर के खुला रहने पर यहां हमेशा इंसानों की चहलकदमी रहती थी. जो भी भक्त मंदिर में पूजा-पाठ करते थे. वे इन बंदरो को भी खाने-पिने का सामान देते थे. लेकिन मंदिर बंद होने के कारण बंदर इधर-उधर भोजन की तालाश में भटकते रहते थे. इस परेशानी को देखते हुए. एसपी मनोज कुमार तिवारी ने एक पहल की शुरूआत करते हुए. मंदिर परिसर में रहने वाले बंदरों के लिए प्रतिदिन केला, और पूड़ी का प्रबंध करवाया.
'बेजुबानों का भी है धरती पर अधिकार'
इस मामले में एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि मंदिर बंद हो जाने के बाद यहां रहने वाले बंदर और बकड़े भूख से तरप रहे थे. जिसे देखते हुए एक छोटी सी पहल की शुरूआत की गई है. जिससे की ये बेजुबान भूखे नहीं रहे. उन्होंने बताया कि मंदिर के बेजुबानों के लिए दो टाइम के भोजन का प्रबंध कराया गया है. बेजुबानों को खाने के लिए केला, मूंगफली और पूड़ी दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इंसानों को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि जितना अधिकार हमारा इस धरती पर उतना ही अधिकार बेजुबान जानवरों को भी है.