गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के सासामुसा के पास NH 27 पर पुलिस बन कर वाहन चालकों से अवैध वसूली करने वाले 4 अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने चोरी की बोलेरो और मोबाइल को बरामद किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में कुचायकोट थाना क्षेत्र के भठवा परशुराम गांव निवासी राघव उपाध्याय का बेटा मनु उपाध्याय, धर्मनाथ गुप्ता का बेटा रोहित कुमार, सिया बिहारी उपाध्याय का बेटा अतुल कुमार, जबकि सिसवा गांव निवासी वृक्षा प्रसाद का बेटा राजकुमार शामिल है.
Gopalganj News: फर्जी पुलिस बनकर NH पर वाहनों से करते थे वसूली, 4 शातिर गिरफ्तार
गोपालगंज में पुलिस ने चार फर्जी पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया है. ये लगातार एनएच 27 पर आने-जाने वाली गाड़ियों से वसूली करते थे. 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...
NH27 पर फर्जी पुलिस बन करते थे वसूली: दरअसल मामले को संदर्भ में बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से सासामुसा समेत NH27 पर पुलिस कर्मी बनकर वाहन चालकों को रोककर पुलिसिया अंदाज में डरा धमका कर अवैध वसूली किया जा रहा था. इसकी जानकारी कुचायकोट थानाध्यक्ष को हुईं तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना एसपी स्वर्ण प्रभात को दी. वहीं एसपी के निर्देशनुसार पुलिस ने सासामुसा के पास से 4 लोगों को गिरफ्तार किया. जो NH27 पर फर्जी पुलिस बनकर वाहन चालकों से अवैध वसूली करते थे.
गाड़ी से बरामद हुआ फर्जी आई कार्ड: पुलिस ने इन लोगों के पास से एक चोरी की बोलेरो गाड़ी, 5 मोबाइल फोन और पुलिस की गाड़ी पर लगने वाली पोलो लाइट भी बरामद की है. साथ ही साथ पुलिस ने इनकी गाड़ी से लाठी, डंडा और फर्जी आई कार्ड जब्त किया है. जिसकी जानकारी प्रशिक्षित एसडीपीओ सह कुचायकोट थानाध्यक्ष साक्षी राय ने दी. उन्होंने बताया कि यह लोग अपनी गाड़ी के ऊपर पुलिस के पोलो लाइट को लगाकर NH27 से आने-जाने वाले तमाम वाहनों को रोक पर उनको डरा-धमकाकर पैसे की वसूली करते थे. जिसकी शिकायत काफी समय से पुलिस को मिल रही थी. गिरफ्तार किए गए सभी लोगों से पूछताछ करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
"यह लोग अपनी गाड़ी के ऊपर पुलिस के पोलो लाइट को लगाकर NH27 से आने-जाने वाले तमाम वाहनों को रोक पर उनको डरा-धमकाकर पैसे की वसूली करते थे. जिसकी शिकायत काफी समय से पुलिस को मिल रही थी. गिरफ्तार किए गए सभी लोगों से पूछताछ करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है."-साक्षी राय, थानाध्यक्ष, कुचायकोट