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गोपालगंज में सब कुछ बहाने पर बेताब है धार, जान जोखिम में डालकर यहां लोग करते हैं सड़क पार - Flood water on state highway

सारण मुख्य बांध टूटने से पांच प्रखण्ड के 270 गांव में पानी पूरी तरह से अपना पांव पसार चुका है. जिससे लोगों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. बावजूद इसके प्रशानिक सुविधाएं बाढ़ पीड़ितों के पास अब तक नहीं पहुंच सकी है. इस बाढ़ के कारण सड़कों पर पानी की धार बहर रही है जिससे आवागमन में बाधा पहुंच रही है.

गोपालगंज
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Published : Aug 25, 2020, 9:10 PM IST

गोपालगंज: जिले के बरौली प्रखण्ड के सिवान सरफरा मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी तेज रफ्तार के साथ फैल रहा है. पानी की धारा इतनी तेज है कि यहां खड़ा हो पाना सम्भव नहीं है. लोगों को जान जोखिम में डाल कर आवगमन करने को बाध्य होना पड़ता है.

जान जोखिम में डालकर यहां करते है सड़क पार

दरअसल, जिले में आई विनाशकारी बाढ़ का कहर थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है. बाढ़ के पानी से चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है. तेज धारा के साथ बहती बाढ़ के पानी के बीच लोगों की जिंदगी कट रही है. कई गांव में बाढ़ का पानी फैल चुका है. जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है.

बाढ़ बना लोगों के आवागमन में बाधा

बाढ़ बना आवागमन में बाधा
बता दें कि बिहार के कई ऐसे जिले बाढ़ से प्रभावित है. वहीं लोगों को बाढ़ की वजह से अपने घरों को छोड़कर सूखे स्थानों पर जाना पड़ रहा है. बाढ़ पीड़ित पानी के बीच जीवन गुजारने को मजबूर हैं. बात करें बरौली प्रखण्ड के कहला गांव के पास सरफरा सिवान स्टेट हाईवे की तो यहां करीब डेढ़ से दो किलोमीटर तक पानी फैल चुका है. साथ ही पानी में इतनी धार है की अब तक करीब दस लोग इसमें गिर गए हैं, जिससे अधिकांश लोगों की मौत हो चुकी है. इस बाढ़ के कारण सड़कों पर पानी की धार बहर रही है जिससे आवागमन में बाधा पहुंच रही है.

स्टेट हाईवे पर बाढ़ की तेज धार

बाढ़ पीड़ित पलायन को मजबूर
बाल्मीकि नगर बराज से छोड़े गए साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी के कारण 23 जुलाई को सारण मुख्य बांध टूटने से पांच प्रखण्ड के 270 गांव में पानी पूरी तरह से अपना पांव पसार चुका है. जिससे लोगों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. बावजूद प्रशानिक सुविधाएं बाढ़ पीड़ितों के पास अब तक नहीं पहुंच सकी है. चारो ओर पानी से घिरे होने के बाद ग्रामीण उचे स्थानों तक सड़को पर बहते तेज धारा पार कर पलायन को मजबूर है.

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