गोपालगंज: सदर प्रखंड के बंजारी मुहल्ले में रहने वाले सैकड़ों किसानों की जमीन सरकार की ओर से अधिग्रहित कर ली गई है. सरकार ने एनएच-85 बनाने के लिए जमीन को अधिग्रहित किया है, ताकि जल्द से जल्द ये कार्य पूरा हो सके. इसके लिए किसानों को चार गुणा मुआवजा भी देने की घोषणा की गई थी. इसके बावजूद सालों बाद भी इन्हें मुआवजा नहीं मिल सका है.
गोपालगंज: सालों से अधिग्रहित जमीन के मुआवजे के लिए भटक रहे हैं किसान
सरकार की ओर से साल 2009-10 में सैकड़ों एकड़ जमीन एनएच-85 निर्माण के लिए अधिग्रहण किया गया था. जिसके एवज में जमीन मूल्य से चार गुणा देने की बात की गई थी, लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी आज तक किसानों को मुआवजे की राशि नहीं मिल सका है.
मुआवजे की राशि नहीं मिलने से किसान परेशान
जानकारी के मुताबिक सरकार की ओर से साल 2009-10 में सैकड़ों एकड़ जमीन एनएच-85 निर्माण के लिए अधिग्रहण किया गया था. जिसके एवज में जमीन मूल्य से चार गुणा देने की बात की गई थी, लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी आज तक किसानों को मुआवजे की राशि नहीं मिल सका है. जिससे जमीन मालिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों ने बताया कि सड़क निर्माण में करीब दो सौ लोगों ने अपनी जमीन दी है.
आरटीपीएस कार्यालय में ताला लगने से बढ़ी परेशानी
वहीं, इसके लिए सरकार की तरफ से 3 करोड़ 70 लाख रुपये भेजे गए हैं. लेकिन उन पैसों में से आज तक एक पैसा भी अभी तक मुहैया नहीं कराया गया. कई बार अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर काटते हैं, लेकिन सही जानकार नहीं दी जाती है. वहीं, भूअर्जन अधिकारी की ओर से एक लेटर भेजा गया था. जिसमें 18 तारीख तक अपने कागजात तैयार करने की बात की गई है, लेकिन लॉकडाउन के कारण आरटीपीएस कार्यालय में ताला लगा हुआ है. जिससे एनपीसी नहीं बन रहा है. ऐसे में हमारे सामने कागज तैयार करने की समस्या आ गई है.