गोपालगंज: पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर बना राजेन्द्र बस स्टैंड इन दिनों बदहाली का शिकार हो गया है. यहां यात्रियों को दी जाने वाली व्यवस्था भी नदारद है. चारों ओर कीचड़ और गंदगी के बीच सैकड़ों यात्री विभिन्न जगह सफर करने के लिए यहां पहुंचकर बस पकड़ते है, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण यह स्टैंड आज बदहाली का दंश झेल रहा है.
बदहाल स्थिति में बस स्टैंड यात्रियों की सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं
इस बस स्टैंड से पटना, मुजफ्फरपुर से लेकर सिलीगुड़ी और रांची के लिए बस चलती है. हर साल इस स्टैंड की बंदोबस्ती से नगर परिषद को लाखों रुपए की आय होती है, लेकिन इसके बाद भी इसे स्टैंड में यात्री सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. यहां ना तो यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था है और ना ही बसों को खड़ा करने के लिए कोई सिस्टम है. पूरे स्टैंड परिसर में कीचड़ ही कीचड़ दिखाई देता है.
फाइलों में ही रह गई योजना
बस स्टैंड परिसर में वातानुकूलित भवन बनाए जाने की नगर परिषद की ओर से नई योजनाएं बनाई थी. यात्रियों के लिए टीवी भी लगाया जाना था. इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए यहां वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने की योजना तैयार की गई. 4.50 करोड़ की योजना तैयार कर नगर परिषद ने स्वीकृति के लिए नगर विकास विभाग को भेज दिया, लेकिन प्रस्ताव योजना विभाग के फाइलों में ही रह गई है.
नगर विकास विभाग से नहीं मिली स्वीकृति
नगर परिषद ने नया प्रस्ताव विभाग को भेज दिया है, लेकिन 5 महीना बीतने के बाद भी अब तक नगर विकास विभाग ने इस योजना को स्वीकृति नहीं दी है. इस संदर्भ में नगर परिषद के चेयरमैन हरेंद्र चौधरी ने कहा कि राजेंद्र बस स्टैंड का कायाकल्प योजना विकास विभाग में फस गई है. उन्होंने कहा कि 4.50 करोड़ की राशि से राजेंद्र बस स्टैंड को हाईटेक बनाने की योजना 2 साल पहले ही तैयार की गई थी.