गोपालगंज: जिले में गंडक नदी से चार प्रखंडों के 58 पंचायत के करीब सवा दो लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. जिले में ग्यारह राहत केंद्र के साथ 185 कम्युनिटी किचेन सक्रिय है. इस बात की जानकारी गुरुवार को जिलाधिकारी अरशद अजीज ने प्रेस वार्ता कर दी.
जिले में आधी रात को सारण तटबंध सहित कई तटबंध के टूट जाने से लोगों को घरों में 3 से 6 फुट तक पानी आ जाने के बाद परेशानियां काफी बढ़ गई है. एक तरफ ग्रामीण जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि तक पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें समुचित सहायता प्रदान नहीं की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ डीएम ने बाढ़ को लेकर प्रेस वार्ता कर वर्तमान स्थिति के बारे में बताया.
बाढ़ को लेकर डीएम ने दी जानकारी
डीएम ने बताया कि बाढ़ से कुल 4 प्रखंडों के 58 पंचायत प्रभावित हुए हैं. जिनमें 2,28,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से बाढ़ प्रभावित इलाकों में 11 राहत केंद्र खोला गया है. इनमें लगभग 7,000 से अधिक लोग आश्रय लिए हुए हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि सड़कों पर, स्कूलों में और तटबंध के ऊपर आश्रय लिए लोगों के लिए जिले में 184 कम्युनिटी किचन सेंटर खोला गया है. जहां लगभग 88,000 से भी ज्यादा लोग खाना खा रहे हैं.
जल्द ही तटबंध होगा ठीक
वहीं उन्होंने बताया कि बाढ़ राहत में रेस्क्यू और लोगों की सुविधा के लिए तीन एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है. लगभग 60 लकड़ी के नाव को भी तैनात किया गया है. ताकि बाढ़ में फंसे लोग अपने घरों से बाहर आकर जरूरी सामानों की खरीदारी कर सके और राहत सामग्री ले सके. वहीं उन्होंने कहा कि तटबंध की मरम्मत का काम काफी तेजी से हो रहा है. जल्द ही टूटे तटबंध को ठीक कर दिया जाएगा.