गोपालगंज:कटेया प्रखण्ड (Kateya Block) के अमेया पंचायत के भगवानपुर गांव (Bhagwanpur Village) निवासी योगेन्द्र मिश्रा (Yogendra Mishra) की चर्चा चारों ओर हो रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janata Darbar In Patna) मे पहुंचकर अपने गांव को यूपी से जोड़ने की मांग की थी. यह सुन सूबे के मुखिया हंस पड़े थे. लेकिन जब ईटीवी भारत की टीम इस गांव में पहुंची तो पता चला कि लोगों को सड़क न होने के कारण भारी परेशानी उठानी पड़ती है.
यह भी पढ़ें-VIDEO: देखिए..जनता दरबार में आए फरियादी की बात सुन क्यों हंस पड़े नीतीश कुमार
दरअसल अमेया पंचायत के भगवानपुर गांव निवासी योगेन्द्र मिश्रा अपने गांव के विकास के प्रति हमेशा प्रयासरत रहते हैं. अपने गांंव मे वो हर सुविधा पहुंचाने की कोशिश करते हैं ताकि गांव के लोगों को दिक्कत न हो. उन्होंने अपने प्रयास से गांव मे नलजल समेत कई सुविधाओं को बहाल कराया है.
वर्ष 2014 में वीएम हाई स्कूल व इंटर कॉलेज से प्राचार्य के पद से रिटायर्ड हुए योगेन्द्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में सोमवार को पहुंचकर अजीबोगरीब मांग रख दी थी. उनकी मांग सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हंसने लगे. योगेंद्र मिश्रा ने अपने गांव की सड़क को उत्तर प्रदेश राज्य से जोड़ने की मांग की थी.
सीएम ने योगेंद्र मिश्रा की बात सुनने के बाद उन्हें पथ निर्माण विभाग के पास भेज दिया था. ईटीवी भारत से खास बातचीत में पूर्व प्राचार्य ने बताया की 'मेरे गांव से उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जिला महज 1 किलोमीटर की दूरी पर है. गांव की भौगोलिक स्थिति के कारण लोगों को गोपालगंज जाने के लिए करीब 55 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. यहां के लोगों के लिए यूपी नजदीक है.
यह भी पढ़ें-सर.. गांव में सड़क नहीं होने के कारण बेटियों की शादी नहीं हो रही.. CM ने अधिकारी से कहा 'लगाईये फोन'
"मेरे गांव से गोपालगंज का मुख्यालय काफी दूर है. सदर अस्पताल 50 से 55 किलोमीटर है. ऐसे में मरीजों को इलाज कराने में समस्या उत्पन्न होती है. 1978 से लगातार जन सेवा कर रहे हैं. अपने वेतन के पैसे से गांव की सड़क की मरम्मत करते रहे हैं, अब पेंशन पर हैं, फिर भी जनसेवा लगातार जारी है. पूजा करने के दौरान भी मुझे गांव की सड़क ही दिखती है."-योगेन्द्र मिश्रा, रिटायर्ड प्राचार्य