गोपालगंज:शारदीय नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री (Gopalganj Durga Puja) की पूजा धूमधाम से की जा रही है. वहीं थावे दुर्गा मंदिर में मां के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह कोई समस्या ना हो. वहीं थावे अंचलाधिकारी रजत वर्णवाल द्वारा श्रद्धालुओं को किसी तरह कोई समस्या ना हो इसको लेकर विशेष चौकसी बरती जा रही है.
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गोपालगंज के थावे मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब: दरअसल नवरात्र की नवमी तिथि पर मां आदिशक्ति के नौवें रूप मां सिद्धिदात्री के दर्शन-पूजन के लिए पौराणिक थावे मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. नारियल, चुनरी, माला, फूल, मिठाई, फल आदि अर्पित कर भक्तों ने माता रानी से मन्नतें मांगी. सोमवार को अहले सुबह से ही महाआरती के बाद दर्शन-पूजन का क्रम शुरू हुआ.
"महिला और पुरुषों को अलग अलग लाइन में लगाकर एक एक कर दर्शन कराया जा रहा है. साथ ही फेसबुक समेत विभिन्न सोशल मीडिया द्वारा लाइव दर्शन भी कराया जा रहा है, जो भक्त मंदिर तक नही पहुंची पा रहे है, उनके लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है. वहीं 80 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है."-रजत वर्णवाल, सीओ
LIVE दर्शन की भी व्यवस्था: भक्तों ने कन्याभोज कराने के साथ ही मुहूर्त के अनुसार विधि-विधान से हवन- पूजन व पारण किया. शहर से लेकर गांव तक देवी पंडालों में मां की पूजा अर्चना भक्ति नारों से भक्तिमय माहौल बना रहा. नवरात्रि की नवमी तिथि पर मां सिद्धिदात्री के पूजन का विधान है. मां के इस स्वरूप में आदिशक्ति की नौ शक्तियां विद्यमान होती हैं. इनके दर्शन-पूजन से जीवन के सारे कष्ट मिट जाते हैं और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
गोपालगंज के थावे मंदिर का विहंगम नजारा थावे प्रशासन और जिला प्रशासन तैनात: मां के सिद्धिदात्री स्वरूप के दर्शन को लेकर भक्तों में गजब की आतुरता दिख रही थी. लोगों ने श्रद्धाभाव से मां का दर्शन-पूजन कर मंदिर परिसर में ही बने कुंड में हवन किया. सुबह करीब पांच बजे महाआरती के बाद दर्शन-पूजन शुरू हुआ. वहीं मां के दर्शन के लिए भक्तों को किसी तरह कोई परेशानी ना हो उसको लेकर थावे प्रशासन और जिला प्रशासन तैनात दिखा.
"माता रानी का दर्शन करके बहुत अच्छा लग रहा है. सुबह से लाइन में लगे थे. यह शक्तिपीठ है. मां से नौकरी के लिए प्रार्थना की है. "-आलोक कुमार, श्रद्धालु