गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज मेंशिव मंदिर के केयर टेकर मनोज साह की हत्या मामले में सियासत तेज हो गयी है. वहीं भाजपा के पूर्व पर्यटन मंत्री राम प्रवेश सिंह ने पुलिस प्रशासन पर मनोज साह की हत्या में प्रेम प्रसंग का रंग देकर गलत लोगों को फंसाने का आरोप लगाया है. पुलिस प्रशासन इस केस को रफा दफा कर रही है. उन्होंने कहा कि जब 10 दिसंबर को मनोज साह लापता हुए और 15 दिसम्बर को मनोज साह का शव मिला तो पांच दिन पुलिस क्या कर रही थी. अगर पुलिस उसी समय एक्टिव हुई रहती तो आज मनोज साह जिंदा होते.
गोपालगंज में पूर्व प्रेमिका की चाची का वीडियो किया शेयर:पूर्व पर्यटन मंत्री ने गोपालगंज के सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता कर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मनोज साह शिव मंदिर में पूजा पाठ करते थे और कई यज्ञ भी कराए हैं. जिसको लेकर बगल के कुछ लोगों को आपत्ति थी. उन्ही लोगों के द्वारा हत्या की गई है. उन्होंने मृतक केयर टेकर के आरोपी पूर्व प्रेमिका की चाची का हाथ जोड़ कर रोते हुए का वीडियो शेयर किया है. जिसमें पुलिस के दबाव में आकर उसने झूठा बयान दिया था.
पुलिस टार्चर कर बयान लिया: वीडियो में प्रेमिका की चाची ने बताया है कि पुलिस के द्वारा टार्चर करती थी. सभी लोगों को टार्चर कर मारपीट कर के बोलवाया गया है. पुलिस पूरे परिवार को फंसाने की धमकी दी जा रही थी. जिससे वह झूठा बयान दिया था. लड़की को गाड़ी में मारते थे. पुलिस के प्रेसर में आकर के लड़की ने खुद पर सारा इल्जाम लेकर बताई है कि मैंने ही उसकी हत्या की है. चाकू घोप कर, जीभ काटा और आंख निकाला है. हम लोग उसको बेटा मानते थे.
"मनोज साह शिव मंदिर में पूजा पाठ करते थे और कई यज्ञ भी कराए हैं. जिसको लेकर बगल के कुछ लोगों को आपत्ति थी. उन्ही लोगों के द्वारा हत्या की गई है. 10 दिसंबर को मनोज साह लापता हुए और 15 दिसम्बर को मनोज साह का शव मिला तो पांच दिन पुलिस क्या कर रही थी. अगर पुलिस उसी समय एक्टिव हुई रहती तो आज मनोज साह जिंदा होते."-राम प्रवेश राय, पूर्व मंत्री सह एमएलए, भाजपा