गोपालगंज: जिले के चर्चित ठेकेदार हत्याकांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. पुलिस हत्या का उद्भेदन नहीं कर पायी है. वहीं, इस केस के मुख्य आरोपी जल संसाधन विभाग का मुख्य अभियंता मुरलीधर पुलिस के गिरफ्त से बाहर है. पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन अब तक सफलता हासिल नहीं हो पायी है. मृतक के बड़े भाई शिवशंकर सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में अभियंता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
ईटीवी भारत की टीम मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह के आवास पर पहुंची. जहां उनके बड़े भाई शिवशंकर सिंह से खास बातचीत की. शिवशंकर सिंह ने बताया कि 1 करोड़ 85 लाख का आवास और दफ्तर निर्माण के लिए टेंडर हुआ था. जिसका एग्रीमेंट 11 सितंबर 2018 को किया गया. निर्माण कार्य मार्च 2019 तक खत्म करना था. चीफ इंजीनियर ने अपने पावर का दंभ दिखा कर एग्रीमेंट से ज्यादा का काम करवा लिया. वहीं, 50 लाख से ज्यादा बकाया था. इंजीनियर की तरफ से रकम देने का आश्वासन दिया गया था.
मेरे भाई को किया जा रहा था ब्लैकमेल
आगे बातचीत के क्रम में मृतक के भाई बताते हैं कि पैसा भुगतान करने की एवज में 15 लाख घूस की डिमांड की गई. घूस नहीं देने पर इंजीनियर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने को लेकर ब्लैकमेल करने लगा. घटना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जिस दिन यह घटना हुई उनका पुत्र बाहर खड़ा था. उनके भाई को ज्वलनशील पदार्थ से जला दिया गया. अंदर से चीखने की आवाज पर उनका पुत्र पहुंचा. आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया. जहां, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.