गोपालगंज: शहर के राजा दल पूजा पंडाल देखने जा रहे लोगों के बीच सोमवार की रात हुई भगदड़ में तीन लोगों की जान चली गई. इनमें एक पांच वर्षीय मासूम बच्चा शामिल था. वहीं इस भगदड़ में एक सिपाही बिनोद कुमार भी घायल हो गए थे लेकिन उन्होंने खुद की परवाह किए बगैर जो कार्य किया उसकी चर्चा खूब हो रही है.
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गोपालगंज में सिपाही ने दिखाई बहादुरी:दरअसल सोमवार की शाम हुई भगदड़ में 20 लोग घायल हुए. वहीं एक बच्चा समेत दो वृद्ध महिला की मौत हो गई. इस हादसे के दौरान एक सिपाही ने अपने फर्ज को बखूबी निभाया. सिपाही खुद भगदड़ के दौरान घायल हो गए, लेकिन फिर भी उन्होंने भीड़ में फंसे लोगों की मदद की.
बच्चे को कंधे में उठाकर दौड़े अस्पताल:सिपाही गया जिले के रहने वाले हैं और वर्तमान में वह सदर एसडीपीओ के गार्ड के रूप में कार्यरत हैं. सिपाही से ईटीवी भारत ने पूरी घटना की जानकारी प्राप्त की. सिपाही ने बताया कि भगदड़ के वक्त मैं वहीं था. भीड़ में दबे एक मासूम बच्चे को निकालकर अपने कंधे पर लाद कर दौड़ते हुए सदर अस्पताल तक पहुंचाया. बच्चा जीवित है या नहीं कुछ समझ में नहीं आ रहा था. लेकिन जब सदर अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
"बच्चे की मौत का दुख मुझे आजीवन रहेगा. जब लोग इधर से उधर भाग रहे थे ,तभी किसी ने बताया कि कुछ लोग दबे हुए हैं. इस बीच मुझे भी पैर में चोट आ गई. पैर में मोच आने के कारण चल पाने में असमर्थ था. बावजूद मैंने हिम्मत जुटा कर उस जगह पर लंगड़ाते हुए पहुंचा, जहां एक के ऊपर एक लोग गिरे हुए थे."- सिपाही
'बच्चे की मौत दुखद': सिपाही ने आगे बताया कि जो भी लोग भीड़ में गिरे हुए थे उन सभी को मैंने बाहर निकाला. जब मैंने एक महिला को उठाया तो उसके नीचे एक मासूम बच्चा दबा हुआ था, जिसे मैं तुरंत पास के दुकान में ले गया. उसके मुंह में पानी के छींटे डाले लेकिन उसमें कोई हलचल नहीं थी. फिर उसे उठा कर अपने कंधे पर रखा और दौड़ते हुए अस्पताल पहुंचा. बच्चे को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. उस बच्चे की मौत को भूलना मेरे लिए बहुत मुश्लिक है.
एक और बच्चे की हालत गंभीर:वहीं नगर थाना के एक सिपाही अनिल भी एक अन्य बच्चे को गोद में लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. अनिल ने जिस बच्चे को उठाकर सदर अस्पताल पहुंचाया उस बच्चे की स्थिति को गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया है.