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Pankaj Tripathi के पिता के श्राद्धकर्म में शामिल हुए चिराग पासवान, अश्विनी चौबे ने भी दी श्रद्धांजलि - ETV Bharat News

बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी के पिता के श्राद्धकर्म में सांसद चिराग पासवान और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे शरीक हुए. दोनों नेताओं ने पंकज त्रिपाठी से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और उनके पिता के तैल्यचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. पढ़ें पूरी खबर..

बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी
बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 1, 2023, 8:28 PM IST

पंकज त्रिपाठी के पिता के श्राद्धकर्म में पहुंचे चिराग

गोपालगंज : बिहार के गोपलागंज में पंकज त्रिपाठी के पिता का श्राद्धकर्म संपन्न हुआ है. इसमें शामिल होने केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और एलजेपीआर सुप्रीमो सह सांसद चिराग पासवान जिले के बरौली प्रखंड के बेलसंड गांव पहुंचे. इस दौरान चिराग पासवान ने पंकज त्रिपाठी के पिता दिवंगत पंडित बनारस तिवारी के तैल्यचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया साथ ही पंकज त्रिपाठी से मिल उन्हे सांत्वना देते हुए कहा कि इस दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ हैं.

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21 अगस्त को हुआ था अभिनेता के पिता का देहांत : पिछले 21 अगस्त को अभिनेता पंकज त्रिपाठी के पिता पंडित बनारस तिवारी का देहांत हो गया था. पिता के निधन की खबर सुन पंकज त्रिपाठी मुंबई से घर पहुंचे और अपने पिता को अंतिम विदाई दी. इसके बाद शुक्रवार को उनका श्राद्ध बेलसंड में हुआ. श्राद्ध कर्म में दूर-दूर से लोगों का पहुंचने का सिलसिला शुरू है. इसी क्रम में भाजपा के केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और एलजेपीआर के सुप्रीमो सह जमुई सांसद चिराग पासवान भी श्राद्ध कर्म में शामिल हुए.

"उनके भावनाओं को मैं समझ सकता हूं. बेटा कितना भी बड़ा क्यों ना हो, पिता के सामने बच्चा ही रहता है. वहीं जब पिता जाते हैं तो सही मायने में जिम्मेवारी आती है. पिता जब तक होते हैं तब तक लड़कपन होता है और इस बात को मैंने भी अनुभव किया है".-चिराग पासवान, एलजेपीआर प्रमुख

पिता के जाने पर बेटे पर आ जाती है जिम्मेदारी : चिराग ने कहा कि मैं उनकी भावनाओं को समझ सकता हूं. बेटा कितना ही बड़ा क्यों न हो जाए जब पिता जाते हैं तो सही मायने में जिम्मेदारी कंधों पर आ जाती है. जब तक मेरे पिता थे और उनके जाने के बाद पूरे घर परिवार की तमाम जिम्मदारियां मेरे ऊपर आ गई. ऐसे में इस परिवार के साथ मैं खड़ा होने आया हूं. मां से मुलाकात करने आया, उनका आशीर्वाद लिया। उनको विश्वास है कि उनका बेटा यहां मौजूद है.

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