गोपालगंजः जिले की शिक्षा व्यवस्था भी अजीब है. कहीं पर भवन है तो छात्र नहीं और जहां छात्र हैं, वहां भवन नहीं. मजबूर होकर बच्चे किसी तरह उसी संसाधन में अपनी शिक्षा की नैय्या को पार लगा रहे हैं. जिले में लाखों की लागत से बना एक ऐसा स्कूल भी है जो मवेशियों को बांधने के काम में आ रहा है, लेकिन यहां पढ़ाई करने के लिए बच्चे नहीं आते हैं.
गाय बकरियों के काम आ रहा स्कूल
हम बात कर रहे हैं गोपालगंज के माझा प्रखंड के अमेठी कला पंचायत के राजकीय प्राथमिक विद्यालय की. जहां छात्रों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के लिए लाखों रुपये की लागत से भवन का निर्माण किया गया, लेकिन दुर्भाग्य है कि इस भवन में एक दिन भी छात्रों की पढ़ाई नहीं हुई. आलम ये है कि स्थानीय लोग इस विद्यालय का अतिक्रमण कर इसमें गाय बकरी बांधने लगे हैं. किसी ने स्कूल में टेन्ट के समान रखकर अपना बिजनेस शुरू कर दिया है.
आज तक इस स्कूल में नहीं पहुंचे बच्चे
जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दूर मांझा प्रखण्ड के अमेठी कला गांव में आठ साल पहले छात्र छोटे भवन में ही शिक्षा ग्रहण करते थे. जिसे देख कर सर्व शिक्षा अभियान के तहत दो मंजिला भव्य भवन का निर्माण कराया गया. ताकि छात्र-छात्राएं आसानी से शिक्षा ग्रहण कर सकें. लेकिन जिसके लिए इस भवन का निर्माण हुआ, वो आज तक यहां तक नहीं पहुंचे.