गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज ( Gopalganj) में जिले में सितंबर माह में चमकी बुखार के नये मामले आ रहे हैं. दरअसल कुचायकोट प्रखंड के नया टोला गांव निवासी एक 11 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई. परिजनों के मुताबिक वह पिछले 10 दिनों से बुखार से ग्रसित था. फिलहाल बच्चे के मौत के कारण परिजनों में कोहराम मच गया है. हालांकि जिला स्वास्थ्य महकमे ने एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalitis Syndrome) यानी एईएस (AES) से मौत की पुष्टि नहीं की है.
ये भी पढ़ें : मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार ने फिर उठाया सिर, वैशाली की एक बच्ची SKMCH में भर्ती
जानकारी के मुताबिक कुचायकोट प्रखंड के नया टोला गांव निवासी जवाहर लाल मिश्र का 11 वर्षीय पुत्र रविषेक कुमार पिछले 10 दिनों से बुखार से पीड़िता था. उसका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था. परिजनों के माने तो बच्चे का बुखार होने के बाद स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से डॉक्टर ने कुचायकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से बच्चे को सदर अस्पताल रेफर किया गया. यहां इमरजेंसी वार्ड में पहुंचते ही बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की मौत होते ही परिजनों में कोहराम मच गया. पूरे अस्पताल परिसर में चीख पुकार की आवाज गुजने लगी.
इस मामले में परिजनों ने बताया कि बच्चे को तेज बुखार थी और मुंह से झाग निकल रहा था. इस संदर्भ में सिविल सर्जन डॉ योगेन्द्र महतो से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अब तक जिले में पांच केस आये हैं. जिसमे तीन लोगों को एसकेएमसीएच रेफर किया गया है. लेकिन दो लोगों जिनकी स्थिति नाजुक थी कि उपचार करने के दौरान उसकी मौत हो गई. जिससे यह पता नहीं चल सका है कि मौत चमकी बुखा से या फिर कोई अन्य बीमारी से हुई है. उन्होंने बताया कि चमकी बुखार को देखते हुए सभी व्यवस्था की गई है. पीडियाट्रिक वार्ड के अलावे एएनएम को बहाल किया गया है. सदर अस्पताल मेंऑक्सीजन के अलावा पर्याप्त दवाइयां मौजूद हैं.