गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में स्थित सबेया एयरपोर्टउड़ान योजना में शामिल हो (Sabeya Airport joined In Udan scheme) चुका है. परिचालन को लेकर जल्द से जल्द नीलामी की प्रक्रिया शुरू होने की बात कही जा रही है. इसको लेकर विभिन्न एयरलाइंस कंपनियां बोली लगा सकती है. इसको लेकर नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल ने एयरलाइंस कंपनियों को निर्देश दिया है. वहीं आज जदयू सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने दिल्ली स्थिति नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल से मुलाकात कर जिले के सबेया स्थित एयरपोर्ट से परिचालन गतिविधि शुरू करवाने की मांग की है.
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जल्द बोली की प्रक्रिया शुरू करने का दिया गया निर्देश:दरअसल इस संदर्भ में बताया जाता है कि सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन (JDU MP Dr Alok Kumar Suman) ने नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल से राजीव गांधी भवन नई दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मंत्रालय के सचिव को बताया कि उड़ान योजना के अंतर्गत सबेया एयरफील्ड का रनवे की मरम्मती, परिचालन गतिविधि, बोली की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करने के लिए संबंधित अधिकारियों को और विमानन कंपनी इंडिगो, स्पाइसजेट, एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक को बोली की प्रक्रिया में यथाशीघ्र शामिल होने के लिए निर्देश दिया जाय. जिसको लेकर सचिव राजीव बंसल ने सांसद के आग्रह पर तुरंत मंत्रालय के संयुक्त सचिव और उड़ान योजना के उप सचिव और एयरलाइंस कंपनी के संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द बोली की प्रक्रिया, परिचालन गतिविधि शुरू करने के लिए निर्देश दिया और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के भी संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द सर्वे करने के लिए निर्देशित किया.
571 एकड़ में बना हुआ है सबेया हवाई अड्डा:बताया जा रहा है कि गोपालगंज के सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने लोकसभा में सबेया हवाई अड्डा को डेवलप करने का मुद्दा उठाया था. उन्होंने जीरो आवर, क्वेश्चन ऑवर सहित कई बार इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया, जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी की अति महत्वकांक्षी उड़ान योजना से इसे जोड़ने की मंजूरी मिल गयी है. अब सबेया हवाई अड्डा को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के साथ जोड़ने की मंजूरी दे दी गई है. जदयू सांसद डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने बताया कि सबेया हवाई अड्डा करीब 571 एकड़ में बना हुआ है. उपेक्षा की वजह से हवाई अड्डा की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है. उड़ान योजना में शामिल होने के बाद इस एरिया को अब विकसित किया जाएगा. डॉ सुमन ने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा गोपालगंज और सिवान में आता है. यहां के अधिकतर लोग खाड़ी देशों में काम करने जाते हैं, लेकिन हवाई सुविधा नहीं होने की वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था.
"सबेया हवाई अड्डा का कार्य अब जल्द ही सरकार के द्वारा कार्यवाही के लिए शुरू किया जाएगा. अब सबेया एयरपोर्ट के डेवलप होने से और उड़ान स्कीम में शामिल होने से गोपालगंज के अलावा सिवान, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और यूपी के कई जिलों के लोगों को इसका फायदा मिलेगा" :-डॉ आलोक कुमार सुमन, सांसद, जदयू