गोपालगंज:मुजफ्फरनगर नगर में बिहार के 6 प्रवासी मजदुरों की सड़क हादसे में मौत हो गई. जिसमें 4 लोग गोपलगंज जिले के अलग-अलग प्रखण्ड के रहने वाले थे. इस घटना के बाद मृतक के घर मातम का माहौल है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
बताया जाता है कि लॉकडाउन के कारण राज्य के कई मजदूर दूसरे राज्यों में फंस गए. उनके पास पैसे की कमी होने लगी तो वो सब घर की ओर चल दिए. हालांकि सरकार प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए स्पशेल ट्रेन चला रही है. फिर भी ये सभी मजदूर आंबाला से गोपालगंज के लिए पैदल ही चल दिए.
सड़क हादसे में मजदूर की मौत से परिजनों में मातम का माहौल तेज रफ्तार बस के रौंदने से मौत
मृतक के परिजनों ने बताया कि ये लोग जब अंबाला से चले तो मुजफ्फरनगर आते-आते रात हो गई. ये सभी मजदूर किसी आश्रम में रात गुजारनी चाही, लेकिन बिहारी होने के कारण वहां नहीं रुकने दिया गया. इसी कारण से ये लोग रात के समय में ही पैदल चल दिए. इसी दौरान तेज रफ्तार बस ने इन सभी को रौंद दिया. जिससे उनलोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. वहीं, इस घटना में 4 अन्य लोग गंभीर रुप से घायल हुए हैं. जिनका इलाज जारी है.
मजदूर के परिजन कर रहे मुआवजे की मांग
मुजफ्फरनगर में प्रवासी मृतकों की पहचान जिले के खजुरिया गांव निवासी हरीश प्रसाद और मांजा प्रखंड के शेखटोली के रहने वाले वासुदेव पटेल. वहीं, अन्य दो की पहचान फुलवरिया थाना क्षेत्र के बैरागी टोला गांव निवासी बाप-बेटा विचार सहनी और हरेश सहनी के रुप में हुई है. इस घटना के बाद से मृतक के परिजन मुआवजे की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि परिवार में किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.