गोपालगंज: केन्द्र और राज्य सरकार एक ओर नौनिहालों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए की करोड़ो रूपये खर्च कर रही हैं. वहीं, जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. विद्यालय में एक कमरे में एक ही समय में 3 कक्षाएं संचालित की जा रही हैं. जिसके चलते यहां के बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, जिला प्रशासन है कि कुम्भकर्णीय नींद से जागने का नाम ही नहीं ले रहा है.
गोपालगंज: एक ब्लैक बोर्ड पर हो रही 3 क्लास की पढ़ाई, DEO बोलीं- जांच के बाद होगी शिफ्टिंग - राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालगंज
विद्यालय में कुल 111 बच्चे नामांकित हैं. वहीं, एक ही कमरे में तीन कक्षाएं लगने के कारण बच्चों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं. यहां एक ही बोर्ड पर तीसरी, चौथी और पांचवी क्लास के बच्चों को पढ़ाया जाता है.
25 साल में भी नहीं बदले हालात
शहर के बीच पुरानी चौक स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय का हाल 25 साल बाद भी बेहाल है. जिला प्रशासन के कुम्भकर्णीय नींद में सोने के कारण 25 साल बाद भी विद्यालय के हालात जस के तस हैं. एक ही कमरे में एक ही ब्लैक बोर्ड पर लग रही 3 कक्षाएं इसका जीता जागता उदाहरण हैं. ऐसे में स्कूल के बच्चे को पढ़ाने के बजाय चकरघिन्नी बना दिया गया है. बच्चे कभी शिक्षकों द्वारा समझाए जा रहे सवाल को देखते ही रह जाते हैं. लेकिन समझ में कुछ नहीं आता.
111 बच्चों का भविष्य दांव पर
विद्यालय में कुल 111 बच्चे नामांकित हैं. वहीं, एक ही कमरे में तीन कक्षाएं लगने के कारण बच्चों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं. यहां एक ही बोर्ड पर तीसरी, चौथी और पांचवी क्लास के बच्चों को पढ़ाया जाता है. बांकी के बच्चों को स्कूल के बाहर बरामदे में शिक्षा दी जाती है. क्लास में पढ़ रही एक बच्ची ने बताया कि कमरे में बच्चों की संख्या ज्यादा होने के कारण गर्मी में पढ़ाई करनी पड़ती है. बच्ची कहना है कि अलग-अलग कमरों में क्लास लगाई जाए. ताकि उन्हें दिक्कतें नहीं हों. वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी संघमित्रा वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बीईओ द्वारा इसकी जांच कराई जाएगी. साथ ही ऐसे विद्यालय को दूसरे विद्यालय में शिफ्ट किया जाएगा.