गया :चक्रवाती तूफान यास का असर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बीते दो दिनों से देखने को मिल रहा है. लगातार हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. खेतो में लगे रबी फसल पानी में डूब गये हैं. वहीं कई जगहों पर लोगों को जलजमाव का भी सामना करना पड़ रहा है.
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जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में अब तक 50 मिली मीटर अधिक बारिश हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगहों पर विद्युत आपूर्ति भी ठप हो चुकी है. गुरुआ प्रखंड के दो अलग-अलग गांवों में कच्चा मकान गिरने की सूचना प्राप्त हुई है. वहीं, टिकारी में निर्माणाधीन नाला में हुई जल जमाव से आसपास रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है.
शहरी क्षेत्रों में जलजमाव गुरुआ में कच्चा मकान हुआ जमींदोज
गुरुआ में लगातार रुक-रुक के बारिश होने के कारण प्रखंड के दो अलग-अलग गांवों में दो घर गिर गये. घर में रह रहे लोग बाल बाल बच गए. जानकारी के मुताबिक उसेवा गांव में कृष्णा यादव और धमौल गांव में कृष्णदेव पासवान का मिट्टी एवं खपड़ैल का मकान गिर गया. कृष्णदेव पासवान ने बताया कि जब घर गिरा तो उस वक्त हमलोग घर से बाहर थे. घर गिर जाने से दोनों पीड़ित परिवारों के लिए रहना मुश्किल हो गया है.
राज स्कूल का मैदान जलमग्न, सब्जी मंडी में पानी
लगातार हो रही बारिश के कारण टिकारी में राज स्कूल का मैदान जलमग्न हो गया. कोरोना के संक्रमण रोकने के उद्देश्य से मैदान में स्थान्तरित की गई सब्जी मंडी को मजबूरन सड़क पर आना पड़ा. सब्जी विक्रेता टिकारी नगरपालिका की ओर जाने वाली सड़क किनारे मंडी लगाने को मजबूर हो गये हैं. सड़क पर मंडी लगने से बरसात में लोगों को जाम की समस्या से भी दो चार होना पड़ रहा है. मंडी में तरबूज की बिक्री करने वाले व्यापारियों की तरबूज रातों रात पानी में डूब गई.
मउ पईन में लबालब, नप ने जेसीबी से कराया कटावबुढ़वा महादेव स्थान से मउ पईन तक बन रहे नाला के लिए खोदे गये गड्ढे ने आसपास रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है. नाला निर्माण के लिए संवेदक ने लगभग आठ फिट गहरा गड्ढा खोद दिया है. जिसमें अब पानी भर गया है. इलाके के लोगों को डर है कि कोई नाले में ना गिर जाए. स्थानीय लोगों का आरोप है कि संवेदक ने अगर ठीक से काम किया होता तो अब तक नाले निर्माण का कार्य पूरा हो गया होता.
26 मई तक कहां हुई कितनी बारिश
- शेरघाटी-70 मिली मीटर
- टिकारी-50 मिली मीटर
- बोधगया और गया- 40 मिली मीटर