गया: बिहार सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों में बागवानी करवाई गई है. इस बागवानी में उपजी सब्जियों को को मिडे मिल के खाने में उपयोग किया जाएगा. गया जिले के नगर प्रखंड स्थित शेरपुर प्राथमिक विद्यालय में पिछले दो सालों से किचेन गार्डेन के तहत बागवानी की जा रही है. इस बागवानी की देख रेख स्कूल की रसोईयां करती हैं. इसके साथ ही शिक्षक छात्रों को फल और सब्जी की खेती के बारे में जानकारी भी देते हैं.
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सरकारी स्कूलों में उग रही सब्जियां
जानकारी के मुताबिक बिहार के सरकारी स्कूलों में अब हर दिन मिडे मिल में हरी सब्जी और साग मिलेगा. मिडे मिल में हरी सब्जी और साग देने के लिए सरकार ने किचेन गार्डन योजना लायी है. इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों के जमीन पर बागवानी की जाएगी. इस बागवानी की देख-रेख शिक्षक और रसोईयां करेंगे. सरकार के आदेश के बाद कई स्कूलों ने पहल शुरू कर दी है. वहीं, गया नगर प्रखण्ड स्थित शेरपुर प्राथमिक विद्यालय में दो सालों से किचेन गार्डेन की तर्ज पर खेती की जा रही है. इस स्कूल के प्रधानाचार्य ने खास पहल की है और किचेन गार्डन में उपजने वाले फल- फूल के बारे बच्चों को में जानकारी देते हैं.
'हमने किचेन गार्डन की शुरुआत दो साल पहले की थी और बच्चों को खेती के बारे में शिक्षा देने के लिहाज से भी इसकी शुरुआत की थी. अभी स्कूल के छोटे प्रांगण में बैंगन, पपीता, टमाटर और लाल साग उपजा हुआ है. इन सब्जियों का उपयोग मध्याह्न भोजन में होता है और छात्रों को इसकी शिक्षा भी दी जाती है.'- मो. अख्तर हुसैन, प्रधानाचार्य
मिड डे मिल उपयोग की जाती हैं सब्जियां
स्कूल के छात्रों ने बताया कि हम सभी बागवानी का पूरा गुण सिख गए हैं. पहले कैसे खेती होती इसकी जानकारी नहीं थी, लेकिन अब पूरी जानकारी हो गई है. उन्होंने कहा कि हम यहां से सीखकर घर में भी सब्जी की खेती करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बागवानी से उपजी सब्जी मिडे मिल उपयोग की जाती है. वहीं, स्कूल की रसोईयां ने बताया प्रधानचार्य ने खाली जमीन पर आगे फूल लगाए और तब से सब्जी और फल लगने लगा और अब बच्चों को भी खेती के बारे में सिखाया जाता है. इस बागवानी की पूरी देख रेख वही करती हैं.
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स्कूलों में किचन गार्डन लगाने का निर्देश
बता दें कि किचन गार्डन लगाने का निर्देश शिक्षा विभाग की ओर से एक साल पहले ही विद्यालय के प्रभारी को दिया गया था. लेकिन कोरोना की वजह से लागू लॉकडाउन के कारण योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी. वहीं, सरकार ने 11 महीने बाद फिर से इस योजना को सभी स्कूल में लागू करने का निर्देश दिया है. किचन गार्डन में सभी प्रकार की मौसमी सब्जी लगाने का निर्देश दिया गया है. किचन गार्डन के रख-रखाव के लिए एमडीएम की ओर से विद्यालय शिक्षा समिति के खाते में राशि भी भेजी जाएगी.