गया: जिले का टिकारी प्रखंड कार्यालय धराशायी होने की स्थिति में है. पिछले साल आए भूकंप की वजह से भवन गिरते-गिरते बचा था. प्रखंड कार्यालय में अधिकारी और कर्मचारी जान हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं. वहीं, प्रखंड विकास अधिकारी वेद प्रकाश ने बताया कि नए भवन निर्माण के लिए पहले ही प्रस्ताव भेजा गया है. जिसके बाद पटना से भवन विभाग की टीम निरीक्षण करने आई थी. उन्होंने बताया कि जल्द ही नए भवन का निर्माण कराया जाएगा.
बता दें कि टिकारी प्रखंड कार्यालय भवन की छत पिछले कई सालों से जैक पर टिकी है. प्रखंड कार्यालय जर्जर नहीं धराशायी स्थिति में है. इंजीनियरों की ओर से भवन के छत में जैक लगा दिया गया है. वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने के कारण इस धराशायी स्थिति में रहने में विवश है.
कर्मचारी मजबूरी में कर रहे कार्य
कार्यालय के कर्मचारी ने बताया कि भूकंप के झटके लगने के बाद भवन इस हालत में हो गया है. हम यहां मजबूरी में कार्य करते हैं. हमेशा डर बना रहता है, कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है. कार्यालय में काम कराने आई जनता ने बताया कि हम लोग बहुत डरे सहमे रहते हैं. इस तरह से सरकारी भवन कहीं नहीं देखे हैं. जहां भवन गिरने के लिए विवश है, लेकिन भवन को जैक के सहारे रखा गया है.
'जल्द नए भवन का निर्माण कराया जाएगा'
प्रखंड विकास अधिकारी वेद प्रकाश ने बताया कि नए भवन निर्माण के लिए पूर्व में ही प्रस्ताव भेजा गया है. जिसके बाद पटना से भवन विभाग की टीम निरीक्षण करने आई थी. उन्होंने सभी प्रखंड कार्यालय का निरक्षण किया. उन्होंने बताया कि कई जगह नए भवन बन रहे हैं, यहां भी जल्द ही नए भवन का निर्माण कराया जाएगा. अभी भवन को जर्जर स्थिति में देखते हुए भवन को सभा कक्ष में शिफ्ट किया गया है. जिलाधिकारी कुमार रवि ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. साथ ही टिकारी विधायक अभय कुशवाहा ने सदन में इस बात को उठाया है.
50 जैक के सहारे खड़ा है भवन
बता दें कि पिछले दिनों जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का लाव पंचायत में आगमन की तैयारी चल रही थी. तो तत्कालीन जिलाधिकारी कुमार रवि की नजर छत पर गई थी. उन्होंने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता से इस संबंध में तत्काल आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया था. कार्यपालक अभियंता ने जजर्र भवन को देखते हुए इस खाली करने का सुझाव दिया था. लेकिन कार्यालय में वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से 50 जैक के सहारे खड़ा कर दिया.