गया(टिकारी):देश को आजादी दिलाने में गया के टिकारी के लोगों ने भी अंग्रेजों के जमकर छक्के छुड़ाए थे. दस्तावेजों के अनुसार टिकारी क्षेत्र के लगभग 20 स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में अपना योगदान दिया था. स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के लिए टिकारी प्रखंड कार्यालय में शिलालेख लगाया गया है. जिसमें 14 स्वतंत्रता सेनानियों का नाम दर्ज है. प्रखंड के चितौखर ग्राम निवासी स्वतन्त्रता सेनानी विष्णुदेव नारायण को बीते साल 2019 के 9 अगस्त को महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से सम्मानित भी किया गया था.
1933 में गिरफ्तारी के बाद बगावत शुरू हुई थी
1857-58 के सिपाही विद्रोह के दौरान ब्रिटिश वार्ड होने के बावजूद भी तत्कालीन महारानी इंद्रजीत कुंवर ने आंदोलनकारियों को अप्रत्यक्ष रूप से सहायता की थी. ब्रिटिश हुकूमत ने टिकारी राज की तालाशी भी ली और महारानी पर आंदोलनकारियों को सहयोग करने का आरोप लगा था. साल 1933 में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आंदोलन में हुए लाठीचार्ज और क्षेत्र के 8 लोगों की गिरफ्तारी हो जाने से आंदोलन की आग और सुलग गई थी. क्षेत्र के गांव में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत शुरू हो गई थी. स्वतंत्रता सेनानी राजेन्द्र प्रसाद, विष्णुदेव नारायण सिंह और महावीर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में बैठक कर आंदोलन को तेज किया गया था. अंग्रेजों को भनक लगते ही तीनों की गिरफ्तारी की गई. लेकिन जनता के भारी विरोध और आक्रोश के कारण उन्हें मुक्त कर दिया गया था.