गया:जिले के अतिनक्सल प्रभवित क्षेत्रों में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत शुक्रवार को सशस्त्र सीमा बल की 29वीं वाहिनी' ई' समवाय बिबिपेसरा कैंप में पौधारोपण किया गया. एसएसबी की ओर से लगातार पौधरोपण का कार्य बाराचट्टी और डोभी प्रखण्ड के इलाके में किया जा रहा है. यह कार्यक्रम कमांडेड राजेश कुमार सिंह के निर्देशनुसार कंपनी इंचार्ज इंस्पेक्टर अनीश कुमार के नेतृत्व में किया गया. एसएसबी के जवान पौधारोपण कार्यक्रम के अलावा नक्सल विरोधी अभियान और वन्य जीव संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. पौधारोपण कार्यक्रम के तहत बिबिपेसरा कैंप ने इलाके में 1150 पौधे लगाए.
गया: SSB ने नक्सल प्रभावित इलाके में किया पौधारोपण, लगाये गए 1150 पौधे
गया में सशस्त्र सीमा बल 29वीं वाहिनी 'ई' की ओर से अति नक्सल प्रभावित पहाड़ी क्षेत्रों में पौधारोपण किया गया. इस दौरान जवानों ने पौधारोपण के महत्व के बारे में भी लोगों को बताया.
पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन
बता दें कि सशस्त्र सीमा बल की 29 वाहिनी' ई'समवाय अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र बाराचट्टी प्रखंड के बिबिपेसरा में स्थित है. जो बाराचट्टी और डोभी प्रखण्ड के इलाके में भारत सरकार और बिहार सरकार के जल जीवन हरियाली अभियान के तहत लगातार नक्सल प्रभवित क्षेत्र में कार्यक्रम कर रही है. असिस्टेंट कमांडेड अभिषेक कुमार ने बताया कि पौधारोपण मानव जीवन में बहुत महत्व रखता है. ग्रामीणों को पौधरोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. साथ ही रख रखाव के लिए भी अपील की गई. पेड़ो की कटाई करने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया. इसके अलावा पौधरोपण से होने वाले विभिन्न लाभों की जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि एसएसबी ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत समाज से भटके लोगों को मुख्य धारा में लाने का काम किया है. साथ ही सामाजिक चेतना अभियान चलाकर लोगों को लागातर जागरूक किया जा रहा है.
इलाके में लगाये गए 1150 पौधे
वहीं, एसएसबी बिबिपेसरा कैंप के कंपनी इंचार्ज इंस्पेक्टर अनीश कुमार के नेतृत्व में शुक्रवार को बिबिपेसरा कैंप परिसर में नीम, पीपल, आंवला, शीशम, महुगानी, कटहल का पौधरोपण किया गया. इस दौरान जवानों की ओर से पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया. वहीं, कंपनी इंचार्ज इंस्पेक्टर अनीश कुमार ने बताया कि पेड़ो के बिना जन जीवन खतरे में है. इसलिए हर व्यक्ति को 10-10 पौधे जरूर लगने चाहिए. उन्होंने कहा कि पौधारोपण करने से हमारे आस-पास का वातावरण स्वच्छ और शांत रहता है. वहीं, बिबिपेसरा कैंप ने अभी तक इलाके में 1150 पौधे लगाए.