गया :कोरोना वायरस के महामारी से बचाव के लिए देश मे तीसरा लॉकडाउन लागू कर दिया गया हैं. लॉकडाउन के तीसरे चरण में केंद्र सरकार ने अन्य राज्यों में फंसे लोगों के लिए बड़ी राहत दी है. अब मजदूर-छात्र स्पेशल ट्रेन से अपने राज्य वापस लौट सकते हैं. इसके तहत कल यानी सोमवार को गया जंक्शन पर कोटा से एक स्पेशल ट्रेन आएगी, जिसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है.
केंद्र सरकार के आदेश के बाद अन्य राज्यों में फंसे लोग खासकर छात्र-मजदूरों को लाने के कवायद जारी है. कल यानी सोमवार को कोटा से स्पेशल ट्रेन के जरिये लगभग 11 सौ छात्र गया जंक्शन पर उतरेंगे. इसको लेकर रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन ने सोशल डिस्टेंस को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी हैं.
गया जंक्शन पर लगाए गए हैं 10 काउंटर
गया जंक्शन का पूरा जायजा ईटीवी भारत के संवददाता ने ली. गया जंक्शन पर 10 काउंटर लगाए गए हैं. मगध प्रमंडल के अंतर्गत औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा, अरवल और नालंदा के लिए अलग-अलग एक काउंटर लगाए गए हैं. गया जिले के लिए 4 काउंटर लगाया गया है, जिसमें एक काउंटर में चिकित्सीय दल और एक हेल्पलाइन, एक कंट्रोल रूम काउंटर बाकी के काउंटर में आनेवाले व्यक्तियों के लिए पंजीकृत करने हेतु लगाए गए हैं. रेलवे स्टेशन के सभी एंट्री प्वाइंट को बंद रखा गया है, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर पहुंच ना सके. स्टेशन से तीन एग्जिट प्वाइंट बनाया जाए हैं, तीनो पॉइंट पर सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएंगे.
सदर एसडीओ ने गया जंक्शन का लिया जायजा डॉक्टर के निर्देश पर पहुंचा दिया जाएगा छात्रों को
इस संबंध में प्रभारी सदर एसडीओ राजीव रौशन ने बताया कि कल कोटा से छात्रों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन आ रही है. जिला प्रशासन की तरफ से उसका जायजा लेने आये हैं. गया जंक्शन पर प्लेटफॉर्म लोहे के बेरकेडिंग की गई है. सीधे सीढ़ी से उतरकर इसके माध्यम से स्क्रीनिंग पॉइंट तक जाएंगे. वहां से मेडिकल टीम जांच कर होम क्वराइन्ट, क्वराइन्ट सेंटर या आइसोलेशन वार्ड भेजने का तय करेगी. वहीं, उन्होंने कहा कि छात्रों को उनके अभिभावक रिसीव नहीं करेंगे, उनको गया स्टेशन पर आने की मनाही रहेगी. जिला प्रशासन की ओर से ट्रेन से छात्रों को डॉक्टर के निर्देश अनुसार उनके गंतव्य स्थान पहुंचा दिया जाएगा.
बता दें कि शनिवार को जयपुर से एक स्पेशल ट्रेन 1178 मजदूरों को बिहार लेकर आयी थी, सभी मजदूरों को मेडिकल जांच करवाकर उनके जिले में बनाए गए क्वराइन्ट सेंटर में जिला प्रशासन के बस द्वारा पहुंचाया गया था.