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विष्णुपद मंदिर का फिर किया गया शुद्धिकरण महापूजा और क्षमा याचिका पूजन - मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

गया के विश्व प्रसिद्ध मंदिर विष्णुपद मंदिर में शुद्धिकरण महापूजा और क्षमा याचिका पूजन किया गया. वहीं मीडिया से बात करते हुए मंदिर विष्णुपद मंदिर प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विट्ठल ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी की बर्खास्तगी की मांग की. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी दोषी समझेंगे. पढ़ें पूरी खबर...

विष्णुपद मंदिर का फिर से शुद्धिकरण
विष्णुपद मंदिर का फिर से शुद्धिकरण

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Published : Aug 24, 2022, 8:19 PM IST

गया: बिहार के गया में स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में (World Famous Vishnupad Temple) अहिंदू प्रवेश निषेध है, किंतु बीते सोमवार को गया में आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ विष्णुपद मंदिर गर्भगृह में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी (Minister Mohamed Israel Mansoori) के जाने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. बीते सोमवार और मंगलवार को विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह को फल्गु और गंगा जल से धुलवाया गया था. इसके बाद भगवान का भोग लगा था. बुधवार को भी पाल पंडों द्वारा शुद्धिकरण महापूजा अनुष्ठान और क्षमा याचिका पूजन किया गया.

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दूध-दही और गंगाजल से शुद्धिकरण:शुद्धिकरण के दौरान पंचगव्य से भगवान श्री हरि नारायण के चरणों में पंचगव्य से शुद्धिकरण अनुष्ठान किया गया. पंचगव्य में गोमूत्र, गंगाजल, दूध, दही, शहद से शुद्धिकरण अनुष्ठान पूजन चला. पंचगव्य से श्रीचरण को शुद्धिकरण करवाया गया. इसके बाद शंंख में पंचगव्य लेकर श्री हरि के चरणों का अर्पित किया गया. पूजन सामग्री में पंचगव्य के अलावा फूल माला, तुलसी, तुलसी दल, दही, था. शुद्धिकरण पूजन आधा घंटा से अधिक समय तक चला. इसमें दर्जन भर गयापाल पंडा शामिल हुए थे.

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मंत्री की बर्खास्तगी की मांग जोर पकड़ी: बिहार सरकार के मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने से गया पाल पंडा समाज में नाराजगी है. गया पाल पंडा समाज ने मंत्री की बर्खास्तगी की मांग की है. वहीं, इस संबंध में विष्णुपद मंदिर प्रबंधक कारिणी समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विठ्ठल का कहना है कि मंत्री मोहम्मद इसराइल अंसारी की बर्खास्तगी की जाए. यदि मंत्री की बर्खास्तगी नहीं होती है तो मुख्यमंत्री को भी दोषी समझा जाएगा. इस मामले को लेकर कई हिंदू संगठनों ने भी विरोध जताया है.

"मुस्लिस समाज के जो मंत्री थे, वह मंदिर में आ गए थे. इसको लेकर लोगों में भावना आ गयी थी कि मंदिर अशुद्ध हो गया है. इसको देखते हुए मंदिर में वैदिक रीति से शुद्धिकरण महापूजा और क्षमा याचिका पूजन किया गया. इस पूजा में करीब 20 पुरोहित पूजा में शामिल हुए थे. बिहार सरकार से मैं मांग करता हूं कि उन्हें बर्खास्त किया जाए"- शंभूलाल विट्ठल, अध्यक्ष, विष्णुपद मंदिर प्रबंध कारिणी

क्या है पूरा मामला?:आपको बता दें कि गया में आगामी 9 सितंबर से 25 सितंबर तक विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का आयोजन होने जा रहा है. इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को गया पहुंचे थे. जहां पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लिया और विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना भी की. इस दौरान उनके साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सह गया जिला के प्रभारी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी गर्भगृह में मौजूद थे. गयाजी के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर मुख्य द्वार पर 'अहिंदू प्रवेश वर्जित' लिखा हुआ है. इसके बावजूद मंत्री अंदर चले गए. जिस पर अब बवाल शुरू हो गया है.

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