बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : महागठबंधन से निकल एनडीए में शामिल हुए पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने गया की शेरघाटी विधानसभा सीट की मांग की. लेकिन ये सीट उनके हिस्से में नहीं आई. शेरघाटी विधानसभा सीट पर जदयू ने अपने सीटिंग एमएलए को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है. ऐसे में यहां कांटे का मुकाबला देखने को मिल सकता है.
शेरघाटी का कौन होगा शेर? जनता 10 को करेगी ढेर
2015 चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी हम शेरघाटी में दूसरे नंबर पर रही थी. इसके चलते उन्होंने शेरघाटी विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी मिली. लेकिन एनडीए से उन्हें टिकट ना देकर जेडीयू प्रत्याशी को टिकट दी गई.
शेरघाटी विधानसभा सीट
जेडीयू ने इस बार अपने सीटिंग विधायक विनोद प्रसाद यादव को टिकट दी है. बता दें विनोद प्रसाद यादव पिछले दो चुनाव से जीत दर्ज करा रहे हैं. उन्होंने 2010 और 2015 चुनावों में जीत दर्ज की है.
- शेरघाटी विधानसभा सीट पर पहली बार 1957 को चुनाव हुए थे.
- इस निर्वाचन क्षेत्र की 2011 जनगणना के मुताबिक, जनसंख्या- 4 लाख 15 हजार 865 है.
- इस आबादी में 90% लोग ग्रामीण और 10% शहरी है.
- इस जनसंख्या में 34 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति की है.
- मतदाताओं की बात करें तो, 2019 मतदाता सूची के मुताबिक, कुल मतदाता-2 लाख 386 हैं.
इस बार चुनाव में शेरघाटी में कुल 11 उम्मीदवारों के लिए जनता मतदान करेगी. एनडीए से इस सीट पर जेडीयू, महागठबंधन से आरजेडी के साथ-साथ जाप, लोजपा और एआईएमआईएम उम्मीदवार यहां से जीत की हुंकार भर रहे हैं.
पार्टी | उम्मीदवारों के नाम |
JDU | विनोद प्रसाद यादव |
RJD | मंजू अग्रवाल |
LJP | मुकेश कुमार यादव |
JAP | ओमेर खान |
AIMIM | मासारूर आलम |