गया: सावन में भगवान भोलेनाथ के भक्त गंगाजल से उनका अभिषेक करते हैं. लेकिन आमतौर पर ये सभी जगह उपलब्ध नहीं होता है. इसको ध्यान में रखते हुए सुदूर इलाकों में इस सावन डाकिया भागीरथी बनकर घर-घर गंगाजल पहुंचा रहे हैं. भारतीय डाक विभाग सावन में गंगाजल की बिक्री कर रहा है. गया के प्रधान डाकघर से अब तक 192 गंगाजल की बोतलें बिक चुकी है.
घर-घर जरूरत के अनुसार पहुंचाते हैं गंगाजल
मोदी सरकार पार्ट-1 में तत्कालीन दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद के द्वारा डाकघरों से गंगाजल बिक्री की योजना लायी गई थी. गंगाजल की बिक्री तो शुरु हुई, लेकिन ग्राहक डाकघरों तक गंगाजल लेने नहीं पहुंचते थे. तब से डाकिया घर-घर जाकर जरूरत के अनुसार गंगाजल पहुंचाने लगे. पिछले 2 साल से ऋषिकेश और गंगोत्री के गंगाजल की बिक्री की जा रही थी. इस साल सिर्फ गंगोत्री के गंगाजल की बिक्री हो रही है.
गया डाक विभाग में मिलता गंगाजल विभाग की ये अच्छी पहल
डाकघर के काउंटर से गंगाजल लेने आये ग्राहक ने बताया कि बाजार में भी गंगाजल उपलब्ध है, लेकिन उसकी शुद्धता पर विश्वास नहीं है. यहां से तीन बोतल गंगाजल लेकर बैधनाथ धाम जा रहे हैं. इस बार बाबा पर गंगोत्री का जल अर्पण करेंगे. डाक विभाग की यह अच्छी पहल है. गया प्रधान डाकघर के हेड पोस्टमास्टर डी.के. झा ने बताया कि डाकघर में पूरे साल गंगाजल बिकता है. सावन में इसकी मांग अधिक रहती है. इसकी बिक्री के लिए डाकघरों में विशेष काउंटर बनाये गये हैं. साथ ही प्रसिद्ध शिवालयों के पास अस्थायी काउंटर खोलकर बिक्री की जा रही है.
घर-घर गंगोत्री का जल पहुंचा रहा डाक विभाग शुद्धता का रखा जाता है खास खयाल
इस महीने अब तक यहां 192 बोतल गंगाजल बिक चुकी है. इसकी एक बोतल 250ml की है, जिसकी कीमत 30 रुपये है. गंगाजल को बहुत शुद्धता से नंगे पांव लाया जाता है. जिस बैरक से यह आता है उसे भी अच्छी तरह से धोया जाता है. कॉउंटर पर भी शुद्धता का ध्यान रखा जाता है. सभी जगह डाकघर नहीं है, इसिलिए विभाग ने गंगाजल पहुंचाने का जिम्मा डाकिया को दे दिया है. गंगाजल घर तक पहुंचाने के लिए डाकिया को अतिरिक्त 15 रुपये देने होते हैं. डाक विभाग के पोर्टल पर भी इसे आर्डर किया जा सकता है.