गया:कोरोना वायरस को लेकर आम जिंदगी बंद कमरों में सिमट कर रह गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायरस से संक्रमण के खतरे को देखते हुए पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन किया है. लॉक डाउन का प्रभाव ना केवल जनजीवन पर हो रहा बल्कि इसके प्रभाव शादी जैसे पवित्र बंधन पर भी देखने को मिल रहा है. दरअसल, मामला जिले के जगदीशपुर आबगिला का है. यहां अल्पसंख्यक समुदाय के एक जोड़े की शादी ऑनलाइन हुई. इंटरनेट के माध्यम से हुई यह शादी पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
लॉक डाउन : गया में ऑनलाइन निकाह, दूल्हा-दुल्हन ने बोला, 'हां-हां-हां'
लॉक डाउन का प्रभाव केवल आम जनजीवन पर ही नहीं बल्कि इसके प्रभाव अब शादी जैसे पवित्र बंधन पर भी देखने को मिल रहा है. दरअसल, गया जिले के एक दुल्हे की शादी बेगूसराय निवासी लड़की के साथ 25 मार्च को तय की गई थी. लेकिन कोरोना वायरस के चलते दोनों जोड़े ने अपनी खुशियां कुर्बान कर ऑनलाइन शादी करने का फैसला लिया.
'लॉक डाउन के वजह से निकाह हुआ ऑनलाइन'
बताया जा रहा है कि गया जिले के जगदीशपुर आबगिला मोहल्ले के रहने वाले मोहम्मद कलीम कुरैशी के बेटे शाहनवाज आलम का निकाह बेगूसराय जिले के छोटी बलिया लक्ष्मी गांव में मोहम्मद वली अहमद कुरेशी की बेटी राहत परवीन के साथ तय हुई थी. शादी तय करने के वक्त देश में सबकुछ सामान्य था. लेकिन कोरोना वायरस के चलते पूरा मामला देखते-ही देखते बदल गया और दोनों जोड़ों को अपने अरमानों पर पत्थर रखकर अपने-अपने घरों में रहकर ऑनलाइन निकाह संपन्न हुआ. इंटरनेट पर हुई इस शादी की चर्चा पूरे इलाके के साथ-साथ जिलाभर में हो रही है.
'शादी समारोह में 400 मेहमान करने वाले थे शिरकत'
इस शादी समारोह के लिए 400 लोगों को दावत दी गई थी. लेकिन लॉक डाउन के बाद दूल्हे और दुल्हन को परिजनों ने आपस में विचार कर ऑनलाइन निकाह करवाने का फैसला लिया. बताया जा रहा है कि बेगूसराय निवासी मोहम्मद वली अहमद कुरैशी की दो बेटी की शादी 25 मार्च को तय की गई थी. बड़ी बेटी की शादी नालंदा में और छोटी बेटी की शादी गया जिले में होने वाली थी. लेकिन लॉक डाउन की वजह से दोनों बहनों की शादी देश के चार्चा का विषय बन गया.