गया: बोधगया के मेडिटेशन सेंटर में 2 दिवसीय 8वीं राष्ट्रीय बौद्ध धम्म संसद सम्पन्न हुआ. इसका आयोजन भारतीय बौद्ध संगठनों के राष्ट्रीय समन्वय समिति ने किया था.
संवैधानिक अधिकारों पर की गई चर्चा
इस दो दिवसीय धम्म संसद में बौद्ध धर्म से जुड़े लोगों के संवैधानिक अधिकार, राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान और बुद्ध बिहारा मॉनेस्ट्री एक्ट को लेकर चर्चा कि गई. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भिक्षु ज्ञानेश्वर महाथेरा ने भाग लिया.वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता मेडिटेशन सेंटर के इंचार्ज भिक्षु चन्द्रमुनि ने की.
2 दिवसीय राष्ट्रीय बौद्ध धम्म संसद का समापन बौद्ध संगठनों के प्रतिनिधि ने लिया भाग
इस धम्म संसद में भारत के प्रमुख राज्य आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना, एमपी, महाराष्ट्र, गुजरात,हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, त्रिपुरा, मिजोरम, तमिलनाडू सहित देश के विभिन्न राज्यों से आये बौद्ध संगठनों के प्रतिनिधि ने भाग लिया.
बुद्धिस्ट एक्ट बनाने की मांग
संसद में बुद्धिस्ट मॉनेस्ट्री एक्ट ,भारत के प्राचीन बौद्ध स्थलों के सरंक्षण हेतु सर्वेक्षण,बौद्ध धार्मिक स्थलों के विकास की चर्चा की गई. इस दौरान बौद्ध प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि बुद्धिस्ट एक्ट बनाने की मांग को प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श कर सरकार को ड्राफ्टिंग के लिए दिया जाएगा.