नागरिकता कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे मुस्लिम संगठन, प्रदर्शन कर जताया विरोध - bihar government
नागरिकता कानून पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए आक्रोश मार्च निकाला. आंदोलनकारी मो. जफर आलम ने कहा कि केंद्र सरकार और बिहार सरकार अखंड भारत को खंड-खंड करने में जुटी है.
मुस्लिम संगठनों का विरोध प्रदर्शन
पटनाः नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा और राज्य सभा में पास होने के बाद राष्ट्रपति ने भी इसपर हस्ताक्षर कर दिया है. जिसके बाद अब यह कानून पूरे देश में लागू हो गया है. इसके विरोध में विपक्षी पार्टियों के साथ ही भारत के कई राज्यों में मुस्लिम संगठनों ने इसका खुलकर विरोध किया. पटना और गया में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
राज्य के गया जिले में भी विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने आक्रोश मार्च निकाला. आक्रोश मार्च शहर के गांधी मैदान से शुरू होकर समाहरणालय तक पहुंचा. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. मार्च में शामिल लोगों ने हाथों में मशाल लेकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
मरते दम तक जारी रहेगा विरोध-प्रदर्शन
मार्च में शामिल सैयद मो. गालिब कादरी और मो. साबिर का कहना है कि यह कानून मुस्लिमों के विरोध में है. इसलिए देशभर में मुस्लिम समुदाय इसका विरोध कर रहा है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए उन पर हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने की बात कही. मो. गालिब कादरी ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम वाली राजनीति नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि हम लोग हिंदुस्तान की मिट्टी में पैदा हुए हैं और यहीं दफन होंगे.
Last Updated : Dec 13, 2019, 8:33 PM IST