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मंत्री प्रेम कुमार ने जाना मछली पालक और व्यवसायियों का दर्द, कहा- पाबन्दियों से रखा गया है दूर

मत्स्य मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस के वजह से लॉक डाउन लगा है. जिसे मछली का व्यवसाय पर काफी प्रभाव पड़ा है. जिसके कारण भारत सरकार और राज्य सरकार ने मछली व्यवसाय को लॉकडाउन के प्रभाव से मुक्त कर दिया है. मंत्री प्रेम कुमार ने लोगों से अपील की है कि मछली खाने से कोरोना का कोई संबंध नहीं है.

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Published : Apr 7, 2020, 9:16 PM IST

गयाः बिहार के सभी जिलों के बाजारों में मछली बिकने लगा है. मछली व्यवसाय को लॉक डाउन के पाबंदियों से दूर रखा गया है. इसके लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने आदेश भी जारी किया है. बिहार के बाजारों में अब दूसरे राज्यों के भी मछली बिकेगा. उनके ट्रांसपोर्ट में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. ये सारी जानकारी मत्स्य विभाग के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने दी.

कृषि व मत्स्य मंत्री ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
दरअसल, गया समाहरणालय के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सभागार में कृषि व मत्स्य मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बिहार के 38 जिलों के मत्स्य पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मछली पालक और मछली विक्रेता को आ रही समस्याओं पर समीक्षा की. वहीं, पटना से मत्स्य विभाग के सचिव भी जुड़े थे. दोनो ने बारी-बारी से मत्स्य पदाधिकारी को कोरोना वायरस और लॉक डाउन को लेकर आ रही समस्या को सुना और निर्देश दिया.

देखें पूरी रिपोर्ट

38 जिलों के मत्स्य पदाधिकारियों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
इस संदर्भ में मीडिया से बात करते हुए मत्स्य मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस के वजह से लॉक डाउन लगा है. जिसे मछली का व्यवसाय पर काफी प्रभाव पड़ा है. जिसके कारण भारत सरकार और राज्य सरकार ने मछली व्यवसाय को लॉकडाउन के प्रभाव से मुक्त कर दिया है. मंत्री प्रेम कुमार ने लोगों से अपील की है कि मछली खाने से कोरोना का कोई संबंध नहीं है. मछली लोग खा सकते हैं. लेकिन मछली ताजी और अच्छे से पकाकर खाना चाहिए.

लॉक डाउन से मछली व्यवसाय पर काफी बुरा असर
आपको बता दे कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने और लॉक डाउन के वजह जिले में मछली व्यवसाय पर काफी बुरा असर पड़ा है. यहां तक कि कोरोना वायरस को लेकर अफवाह भी फैलायी गयी थी. मछली से कोरोना वायरस संक्रमण फैलता हैं. मंत्री प्रेम कुमार ने इस को गलत साबित किया.

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