गया:आज से बिहार के गया में मिनी पितृपक्ष मेला (Mini Pitrupaksha Mela in Gaya) की शुरुआत हो रही है. इस मास में गयाजी में पिंडदान का अलग महत्व शास्त्रों में दर्शाया गया है. पौष मास में मिनी पितृपक्ष मेला एक माह तक चलता है. इस बार इस मिनी पितृपक्ष मेले में करीब ढाई लाख से अधिक पिंडदानियों के आने की उम्मीद है. देश भर के विभिन्न राज्यों के पिंडदानी यहां पहुंचकर अपने पितरों को मोक्ष की कामना करते हैं.
ये भी पढ़ें: पितृपक्ष मेला में अनोखी आस्था: जिस श्मशान से दूर रहना चाहते हैं लोग, गयाजी में वहां हो रहा पिंडदान
पितरों की शांति के लिए गया में पिंडदान: मिनी पितृपक्ष मेले में एक और तीन दिन का पिंडदान का कर्मकांड करने को अधिकांश पिंडदानी आते हैं. गया में वर्तमान में पिंडदान के लिए 53 वेदियां मौजूद हैं, जो कि गयाजी के पंचकोशी क्षेत्र में स्थित हैं. इसमें प्रमुख वेेदियों में विष्णुपद, देवघाट, प्रेतशिला, अक्षयवट, रामशिला, सीता कुंड समेत अन्य वेेदियां हैं. पहले फल्गु नदी में पिंडदान-तर्पण का कर्मकांड पूरा कराया जाता था लेकिन अब गयाजी डैम बनने के बाद फल्गु नदी में पानी ही पानी है.