गयाःजिले के मगध मेडिकल थाना और मगध मेडिकल अस्तपाल की एक अमानवीय तस्वीर सामने आई है. जब एक महिला अपने पति के शव के पोस्टमार्टम के कागजात थाना से बनवाने के लिए चंदा करके एक हजार रुपये पुलिस को देती है. पुलिस के बाद अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम का कर्मचारी महिला से 500 रुपये की दोबारा मांग करता है और पैसा नहीं देने पर शव को बिना बांधे ही परिजन को सौंप देता है.
मृतक की पत्नी मगध मेडिकल कॉलेज थाना जाती है, जहां के दो पुलिस अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के कागजात बनाने के लिए 5 हजार रुपये की मांग कर दी. मृतक की पत्नी रिंकी तब अपने रिश्तेदारों से 1100 रुपया चंदा कर, पुलिस अधिकारी को एक हजार देती है, तब जाकर पुलिस पोस्टमार्टम के कागजात बनाती है.
अस्पताल कर्मियों ने मांगे ज्यादा पैसे
परेशानी तब बढ़ी जब पुलिस के बाद पोस्टमार्टम रूम के कर्मचारियों ने शव को सिलने और बांधने के लिए 500 रुपये की मांग कर दी. रिंकी के पास एक सौ रुपया बचा था. उसी को देने लगी लेकिन कर्मचारियों का दिल नहीं पसीजा. काफी मिन्नतें करती रही, फिर भी कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े रहे. परिजन थक हारकर खुद से शव को कपड़े में लपेटकर उसका अंतिम संस्कार करने ले गए.
पुलिसकर्मी और कर्मचारी निलंबित
एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि मगध मेडिकल थाना के अंतर्गत एक महिला की शिकायत मिली है जिसमें उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के कागजात बनाने के लिए थाना के दो अधिकारियों ने पैसा लिया है. आरोप के प्रथम दृष्टया में सही पाने पर दो पुलिसकर्मियों एसआई सुधीर कुमार और एएसआई इंद्रदेव मुखिया को निलंबित कर दिया गया है.
मृतक की आग में जलने से मौत
दरअसल गया शहर के जयप्रकाश नगर के रहने वाले संतोष कुमार 29 जुलाई को घर में आग लगने से जल गए थे. इलाज के लिए परिजन उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाए थे. लेकिन रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. मौत होने के बाद शव के पोस्टमार्टम की बोली पुलिस और अस्पताल कर्मचारियों ने लगाना शुरू कर दिया.