गया: बिहार के गया में अधिकतम तापमान (Maximum Temperature in Gaya) 33 से 34 डिग्री के बीच रिकॉर्ड हो रहा है. मौसम विभाग के अनुसार उपग्रहीय तस्वीरों से मिली जानकारी के अनुसार तीव्रता वाली पश्चिम विक्षोभ उत्तर पश्चिम पर्वतीय इलाकों पर बनी हुई है. यह पूर्व दिशा की ओर अग्रसर है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर और दूसरा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तमिलनाडु पर बना हुआ है. इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी के ऊपर एंटीसाइक्लोन और दो ट्रफ बनी हुई है. पहला ट्रफ इन दोनों चक्रवाती हवाओं के क्षेत्रों के बीच से गुजर रही है, दूसरा उड़ीसा से लेकर उप हिमालय पश्चिम बंगाल तक बना हुआ है. ट्रफ के पूर्व में बंगाल की खाड़ी से एवं पश्चिम में अरब सागर से नमी युक्त हवा का प्रवाह हो रहा है.
Weather Update: गया में लुढ़का पारा, अधिकतम तापमान 33 डिग्री से 34 डिग्री.. बारिश की संभावना
बिहार के गया में पारा 33 डिग्री से 34 डिग्री के बीच रिकॉर्ड हो रहा. छिटपुट बारिश और बादल छाए रहने से अधिकतम तापमान में गिरावट हुई है. अप्रैल के आखिर में लोगों को लू से राहत रहेगी, प्री मानसून बारिश का भी पूर्वानुमान किया गया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...
दक्षिण बिहार के कई भागों पर रहेगा प्रभाव: यह सभी मौसम प्रणाली के संयुक्त प्रभाव से भारत के कई राज्यों पर असर पड़ेगा और दक्षिण बिहार के कई भागों पर प्रभाव रहेगा. आने वाले दिनों में इस प्रणाली का प्रभाव देखने को मिलेगा और दक्षिण बिहार के कई भागों पर असर नजर आएगा. आने वाले दिनों में इस प्रणाली का प्रभाव बढ़ेगा, जिस कारण अनुमान है कि पूर्वी हवा का प्रवाह बादल के साथ प्री मानसून की गतिविधि बढ़ेगी और महीने के आखिरी दिनों तक बनी रहेगी.
उपग्रहीय तस्वीरों से कई तरह का पूर्वानुमान:इस संबंध में गया एयरपोर्ट स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र कुमार पटेल ने बताया कि उपग्रहीय तस्वीरों से मिली जानकारी के अनुसार तीव्रता वाला पश्चिमी विक्षोभ उतर प्रदेश पश्चिम पर्वतीय इलाकों पर बना हुआ है, जो पूर्व दिशा की ओर अग्रसर है. चक्रवाती हवा का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य भाग और दूसरा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तमिलनाडु पर बना हुआ है. वहीं बंगाल की खाड़ी के ऊपर एंटीसाइक्लोन बना हुआ है. इसके साथ ही दो ट्रफ बनी हुई है. मौसम प्रणाली का संयुक्त प्रभाव भारत के कई राज्यों पर पड़ेगा और दक्षिण बिहार के कई भागों पर यह साफ नजर आएगा.
"उपग्रहीय तस्वीरों से कई तरह का पूर्वानुमान किया गया है. तीव्रता वाला पश्चिमी विक्षोभ उतर प्रदेश पश्चिम पर्वतीय इलाकों पर बना हुआ है, जो पूर्व दिशा की ओर अग्रसर है. चक्रवाती हवा का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य भाग और दूसरा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तमिलनाडु पर बना हुआ है."-शैलेंद्र कुमार पटेल, मौसम वैज्ञानिक