गया:जिले में 2 दिन से राज्य भर में संविदा पर बहाल कर्मी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. रविवार से शुरू हुई उनकी हड़ताल का असर मंगलवार को देखने को मिला है. विभिन्न पदों पर रहे इन कर्मियों के हड़ताल की वजह से गया में विभिन्न विभागों के काम पर काफी असर पड़ा रहा हैं. इसका सबसे ज्यादा असर कोरोना जांच पर पड़ा है.
गया में लैब टेक्नीशियन की हड़ताल, कोरोना टेस्टिंग पर पड़ रहा असर - कोरोना टेस्टिंग पर असर
बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के आह्वान पर जिले में कार्यरत स्वास्थ्य संविदा कर्मी अपने मांगों को लेकर रविवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. ऐसी स्थिति में यहां स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है.
संविदा कर्मी हड़ताल पर
बता दें कि पिछली बार जब संविदा कर्मी हड़ताल पर गए थे तो सरकार की ओर से 22 अगस्त तक का समय मांगा गया था. सारकार की ओर से उनकी मांगों की पूर्ति का आश्वासन मिला था. कर्मियों के मुताबिक 22 अगस्त का समय बीत गया. लेकिन अभी तक संविदा पर बहाल कर्मियों की मांगें पूरी नहीं की गई. कई सूत्री मांगों को पूरा किए जाने या उसका कोई रास्ता निकाले जाने के बजाए इसे रोके रखा गया. जिसके विरोध में संघ ने हड़ताल की घोषणा कर दी है.
कोविड 19 की जांच पर असर
संविदा पर बहाल कर्मियों के हड़ताल पर जाने और उसमें लैब टेक्नीशियन के भी शामिल होने के संबंध में पूछे जाने पर डीपीएम स्वास्थ्य निलेश कुमार ने बताया कि इसका असर कोविड 19 की जांच पर पड़ेगा. उन्होंने बताया कि करीब 200 की संख्या में जिलेभर में लैब टेक्निशयन कार्यरत हैं, जो संविदा पर बहाल हैं. इनके हड़ताल पर चले जाने से कोरोना की सैंपलिंग पर असर पड़ेगा.