गया: शहर के विष्णुपद स्थित विष्णु श्मशान घाट वर्षों से बदहाली का दंश झेल रहा है. गया नगर निगम ने विष्णु मसान घाट की सुरत बदलने का बीड़ा उठाया है. इसी क्रम में गया नगर निगम द्वारा 6 करोड़ की लागत से बिहार का पहला आधुनिक और प्रदूषण मुक्त श्मशान घाट का शिलान्यास किया गया.
दरअसल, गया नगर निगम खुद की राशि से गया शहर में विकास कार्यों में तेजी ला रहा है. मोक्ष धाम से प्रसिद्ध और विष्णुपद के ठीक बगल में होने से श्मशान घाट का धार्मिक महत्व बढ़ जाता है. इस श्मशान घाट पर लोग दूर-दूर से आकर शव का दाह संस्कार कराते हैं. विष्णुपद को लेकर एक प्रथा है कि यहां हर दिन एक पिंड और एक मुंड पड़ना चाहिए. इसलिए यहां प्रतिदिन इस संस्कार का पालन किया जाता है.
श्मशान घाट वर्षों से बदहाल
इतना पौराणिक महत्व रखने वाला श्मशान घाट वर्षों से बदहाल है. यहां सुविधाओं के नाम पर इमारत और सामान जरूर हैं, लेकिन कोई उपयोग लायक नहीं है. करोड़ों रुपयों की लागत से नगर विधायक प्रेम कुमार ने श्मशान घाट का सौंदर्यीकरण करवाया था. इसके कुछ ही दिन बाद से पेयजल और शौचालय टूट गया. वहीं यहां निर्मित दुकानें तो आज तक कभी खुली ही नहीं.
शांति सभा कक्ष और दुकानों का निर्माण
गया नगर निगम के उप महापौर मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि बिहार का पहला आधुनिक और प्रदूषण मुक्त श्मशान घाट का निर्माण करवाया जा रहा है. आज इस कार्य का शिलान्यास किया गया है. श्मशान घाट को सौंदर्यीकरण करने के लिए 6 करोड़ की राशि की लागत आएगी. वहीं अगले छः माह में ये बनकर तैयार हो जाएगा. भविष्य को देखते हुए यहां प्रदूषण रहित दस शव जलाने वाला मशीन लगाया जा रहा है. इससे एक बार में दस शव जलाया जा सकता है. साथ ही यहां अत्याधुनिक शांति सभा कक्ष और दुकानदारों के लिए 20 दुकान बनाया जा रहा है.