गया: बिहार के गया में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां 9 साल पहले एक विवाहिता की हत्या मामले में पति, सास और देवर को हत्या में जेल (Husband Jailed for killing wife) भेज दिया था. जिसकी हत्या के मामले में पति पति, सास और देवर को पुलिस ने जेल भेजा था. वह 9 साल बाद महिला जिंदा निकली (Wife Found Alive after Nine Years ) तो सभी अंचभित हो गये और उसे पकड़कर घर लाये. इसके बाद पुलिस को सुपुर्द कर दिया. वहीं, अब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल हो रहा है. आखिरकार पुलिस की लापरवाही (Police negligence in Gaya ) से कई निर्दोषों को जेल जाना पड़ा.
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बता दें कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रहने वाले विजय कुमार ने बताया कि 2004 में पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली उषा देवी से उसकी शादी हुई थी. 2013 में उसकी पत्नी उषा देवी घर से बिना बताए कहीं चली गई. जिसको खोजने के लिए उसने काफी प्रयास किया फिर भी उसका सुराग नहीं लगा. इसके बाद थकहार करके उसने थाने में आवेदन दिया फिर भी उसका कोई सुराग नहीं लगा. इसके बाद उसके ससुर ने बेटी के दहेज के लिए हत्या कर शव को गायब करने का केस मुफ्फसिल थाने में दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने बिना जांच के ही उन लोगों को जेल भेज दिया. 3 महीने सभी लोग जेल में रहे, इसके बाद बेल पर बाहर आये. उसके भाई का नाम अनुसंधान में हटा दिया गया था.
पीड़ित ने बताया कि उसे दो दिन पहले जानकारी मिली कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सुधा टॉकीज के पास उसकी पत्नी अपने किराए के मकान में जा रही है. सूचना मिलने के बाद उन लोगों जाकर ने महिला को पकड़ा. इसके बाद महिला को मुफस्सिल थाने की पुलिस को सुपुर्द कर दिया. पता लगा है कि उसने शादी कर ली है और उसके दो बच्चे भी हैं.