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जिसकी हत्या में पति, सास और देवर को हुई जेल..वह मिली जिंदा...पुलिस पर उठे सवाल

गया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां पुलिस की लापरवाही से पति को अपनी पत्नी की हत्या के आरोेप में जेल (Husband Jailed for Police Negligence in Gaya) जाना पड़ा. वहीं, महिला के 9 साल बाद मिलने पर पुलिस की कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.

Husband Jailed for killing wife
जिंदा मिली 9 साल से लापता पत्नी

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Published : Mar 17, 2022, 11:08 PM IST

गया: बिहार के गया में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां 9 साल पहले एक विवाहिता की हत्या मामले में पति, सास और देवर को हत्या में जेल (Husband Jailed for killing wife) भेज दिया था. जिसकी हत्या के मामले में पति पति, सास और देवर को पुलिस ने जेल भेजा था. वह 9 साल बाद महिला जिंदा निकली (Wife Found Alive after Nine Years ) तो सभी अंचभित हो गये और उसे पकड़कर घर लाये. इसके बाद पुलिस को सुपुर्द कर दिया. वहीं, अब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल हो रहा है. आखिरकार पुलिस की लापरवाही (Police negligence in Gaya ) से कई निर्दोषों को जेल जाना पड़ा.

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बता दें कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रहने वाले विजय कुमार ने बताया कि 2004 में पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली उषा देवी से उसकी शादी हुई थी. 2013 में उसकी पत्नी उषा देवी घर से बिना बताए कहीं चली गई. जिसको खोजने के लिए उसने काफी प्रयास किया फिर भी उसका सुराग नहीं लगा. इसके बाद थकहार करके उसने थाने में आवेदन दिया फिर भी उसका कोई सुराग नहीं लगा. इसके बाद उसके ससुर ने बेटी के दहेज के लिए हत्या कर शव को गायब करने का केस मुफ्फसिल थाने में दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने बिना जांच के ही उन लोगों को जेल भेज दिया. 3 महीने सभी लोग जेल में रहे, इसके बाद बेल पर बाहर आये. उसके भाई का नाम अनुसंधान में हटा दिया गया था.

पीड़ित ने बताया कि उसे दो दिन पहले जानकारी मिली कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सुधा टॉकीज के पास उसकी पत्नी अपने किराए के मकान में जा रही है. सूचना मिलने के बाद उन लोगों जाकर ने महिला को पकड़ा. इसके बाद महिला को मुफस्सिल थाने की पुलिस को सुपुर्द कर दिया. पता लगा है कि उसने शादी कर ली है और उसके दो बच्चे भी हैं.

वहीं, इसम मामले में पीड़ित के भाई रंजीत कुमार ने बताया कि पुलिस बिना अनुसंधान के ही उनको जेल भेज दी थी. बिना अनुसंधान किए जेल भेजना कहीं से उचित नहीं था. अब ऐसे पदाधिकारियों को भी कार्रवाई होनी चाहिए.

बहरहाल अब देखना होगा कि पुलिस अब किस पर कार्रवाई करेगी. जिसमें पुलिस की लापरवाही से पूरे परिवार को जेल जाना पड़ा. यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. जबकि पुलिस इस मामले में बोलने से बच रही है.

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वहीं, इस पूरे मामले पर मुफस्सिल थाना प्रभारी पंकज कुमार सिंह ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि इस मामले में वह किसी तरह की जानकारी नहीं दे सकते. इसमें वरीय अधिकारी ही कुछ कह सकते हैं.

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