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इसी सड़क का जिक्र करते हुए पटना HC के चीफ जस्टिस ने कहा था- अब बैलगाड़ी से चलेंगे ? - ट्रेन से पटना

पटना-गया-डोभी रोड को लेकर हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए जिला प्रशासन से सवाल पूछा कि क्या एनएच पर अब बैलगाड़ी चलेगी. बता दें कि गया से पटना जोड़ने वाली एनएच 83 के निर्माण के लिए साल 2014 में ही टेंडर जारी किया गया था. लेकिन सड़क के कुछ दूर के निर्माण के बाद ही कंपनी दिवालीया हो गई थी. इस वजह से सड़क का निर्माण अधर में लटक गया था.

पटना गया हाईवे
पटना गया हाईवे

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Published : Feb 24, 2020, 9:39 PM IST

Updated : Feb 24, 2020, 10:45 PM IST

गया: पटना-गया एनएच-83 की हालत बेहद ही खराब है. तकरीबन 127 किलोमीटर के इस सफर को पूरा करने में जहां तीन घंटे का समय लगना चाहिए. वहीं, इसकी जर्जर हालत की वजह से यह समय दोगुना हो जा रहा है. ईटीवी भारत ने इस राष्ट्रीय राजमार्ग की जमीनी हकीकत जानी तो वास्तविकता सामने आ गई.

मोक्ष की नगरी गया को राजधानी पटना से जोड़ने वाला एकमात्र हाईवे के हालात पर हाल ही में हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने जिक्र करते हुए मरम्मती की धीमी गति पर भी नाराजगी जाहिर की थी. कोर्ट ने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या अब एनएच 83 पर बैलगाड़ी चलेगी. ये वही एनएच 83 है, जिससे विदेशी पर्यटकों से लेकर सरकार के मंत्री और हुक्मरान हर रोज आवगमन करते हैं. बावजूद यह इस सड़क की बदहाली माननियों को नहीं दिखी.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

'सड़क बनाने वाली कंपनी हुई थी दिवालिया'
बोधगया में में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं. ऐसे में गया पहुंचने के लिए पर्यटकों का एकमात्र सहारा एनएच 83 ही है. इस सड़क से पटना की ओर जाने पर दुर्गम पहाड़ी इलाके की चढ़ाई से कम नहीं लगता. स्थानीय लोग बताते हैं कि जब यहां पर एक लेन की सड़क थी तब पटना जाने में 3 घंटे का समय लगता था. लेकिन वर्तमान समय में 5 से 6 घंटे का समय लगता है. बताया जाता है कि 127 किलोमीटर लंबी इस सड़क के लिए साल 2014 में फोर लेन बनाने का कार्य शुरू हो गया था. लेकिन कुछ दूर सड़क बनने के बाद ही सड़क बनाने वाली कंपनी दिवालिया हो गई थी. जिस वजह से सड़क निर्माण का कार्य अधर में लटक गया था.

पटना से गया आना जोखिम भरा- विदेशी पर्यटक
सड़क पर वर्तमान में बड़े-बड़े गड्ढे़ और कई जगहों पर डायवर्सन होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करनी पर रही है. इसको लेकर चकमा बौद्ध मठ के भंते प्रिय पाल बताते हैं कि मैं कुछ दिन पहले गया से पटना अपने निजी वाहन से गया था. उन्होंने कहा कि एनएच पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं. इस सड़क से जाना काफी कष्टदायक रहा.

NH 83 गया-पटना रोड

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'बैलगाड़ी से चलना भी मुश्किल'
इसको लेकर सड़क पर जा रहे बैलगाड़ी चालक ने कहा कि सड़क की स्थित काफी दयनीय है. इस सड़क पर मोटर गाड़ी से चलना असंभव है. जिस वजह से हमलोग मजबूर होकर बैलगाड़ी से चल रहे है. वहीं, सड़क निर्माण के बारे में जब ईटीवी भारत संवाददाता ने जिले के डीएम अभिषेक सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि फिलहाल यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है. एनएचएआई जो एनएच-83 को देखती है उसे निर्देशित किया गया है. मार्च तक सड़क जीर्णोद्धार कार्य शुरू कर दिया जाएगा. इसके बाद अप्रैल में इसका फाइनल टेंडर हो जाएगा.

गौरतलब है कि इस सड़क की बदहाली का शिकार हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भी हो चुके हैं. बता दें कि जब वे पटना से गया की यात्रा कर रहे थे. तो इस दौरान उन्होंने अपनी गाड़ी गया में छोड़ दी थी और ट्रेन से पटना लौटे थे. इसके बाद उन्होंने सड़क की स्थित पर तल्ख टिप्पणी की थी.

Last Updated : Feb 24, 2020, 10:45 PM IST

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