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Gaya News: स्वास्थ्य विभाग के लेखापाल पर कमीशनखोरी का आरोप, भूख हड़ताल पर बैठा वाहन एजेंसी का संचालक - Hunger strike against commission in Gaya

गया में एक वाहन एजेंसी के संचालक ने स्वास्थ्य विभाग के लेखापाल पर भुगतान के लिए 30 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप (Accountant accused of demanding commission ) लगाया है. वाहन एजेंसी का संचालक इस मामले को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गया है. लेखापाल का आरोप है कि 30 प्रतिशत कमीशन नहीं दिया तो उसे 11 लाख का भुगतान नहीं किया गया है. पढ़ें पूरी खबर..

गया में कमीशनखोरी के विरोध में भूख हड़ताल
गया में कमीशनखोरी के विरोध में भूख हड़ताल

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Published : Feb 7, 2023, 3:44 PM IST

गया में कमीशनखोरी के विरोध में भूख हड़ताल

गयाः बिहार के गयामें कमीशन खोरी का मामला सामने आया है. गया स्वास्थ्य विभाग के लेखापाल पर भुगतान के एवज में 30 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप ( health department Accountant accused) वाहन एजेंसी के संचालक ने लगाया है. इसके विरोध में गया जिले के जयप्रकाश नारायण अस्पताल में किराए पर अपने वाहन देने वाले नागभूषण पैसे के भुगतान के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. उसका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के लेखा पदाधिकारी 30 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे हैं. कमीशन की राशि नहीं देने पर उनका 11 लाख का पेमेंट नहीं किया जा रहा.

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स्वास्थ्य विभाग में भाड़े पर चलते हैं चार वाहन:आम्रपाली टूर एंड ट्रेवल्स के प्रोपराइटर नागभूषण का चार वाहन स्वास्थ्य विभाग में भाड़े पर चलता है. स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी उन चार वाहनों से घूमते हैं. किंतु पिछले एक साल से चारों वाहनों के किराए का भुगतान नहीं किया जा रहा है. पीड़ित का कहना है कि पैसे के भुगतान के एवज में जयप्रकाश नारायण अस्पताल में कार्यरत लेखा प्रबंधक आशुतोष चौधरी 30 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे हैं. कमीशन नहीं देने पर भुगतान की 11 लाख की राशि नहीं दे रहे, जबकि सरकार से राशि आ चुकी है.

भुखमरी की कगार पर पहुंचे तो शुरू की भूख हड़तालः नागभूषण ने बताया कि पैसे नहीं मिलने से उनकी स्थिति भुखमरी के कगार पर आ गई है. लोन पर ली गई इन वाहनों से संबंधित बैंक अपने किश्त के पैसे की मांग कर रहे हैं. इस मामले को लेकर उसने डीएम, सिविल सर्जन सहित कई अधिकारियों को आवेदन दिया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इसलिए सिविल सर्जन के समक्ष मजबूरी में भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं. उसका कहना है कि जब तक उसकी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक भूख हड़ताल पर बैठा रहेगा.

"स्वास्थ्य विभाग में मेरे कई वाहन किराए पर लगे हुए है. इनका किराया करीब 11 लाख रुपया हो गया है. इसके भुगतान के एवज में लेखापाल तीस प्रतिशत कमीशन मांग रहे हैं. पैसे नहीं मिलने से उनकी स्थिति भुखमरी के कगार पर आ गई है. लोन पर ली गई इन वाहनों से संबंधित बैंक अपने किश्त के पैसे की मांग कर रहे हैं. इसलिए मजबूर होकर भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा" -नागभूषण, अम्रपाली टूर एंड ट्रेवल्स के प्रोपराइटर.

चल रही है आरोपों की जांचःनागभूषण आम्रपाली टूर एंड ट्रेवल्स के प्रोपराइटर हैं. उनके कई वाहन स्वास्थ्य विभाग में चलते हैं. उनका 11 लाख का बिल अटका हुआ है और उन्होंने जयप्रकाश नारायण अस्पताल के लेखापाल पर 30 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाया है. इस पर सिविल सर्जन रंजन कुमार सिंह ने बताया कि नागभूषण जो कमीशन मांगने का आरोप लगा रहे हैं और इसे लेकर उन्होंने भूख हड़ताल किया है. अब इस मामले की जांच करते हुए उनके रुपए के भुगतान कराए जा रहे हैं. वह भूख हड़ताल तोड़ने को मान भी गए हैं. जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा.

"वाहन एजेंसी संचालक नागभूषण ने लेखापाल पर कमीशन मांगने का आरोप लगाया है. इस मामले की जांच करते हुए उनके रुपए के भुगतान कराए जा रहे हैं. वह भूख हड़ताल तोड़ने को मान भी गए हैं. जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा" -रंजन कुमार सिंह, सिविल सर्जन, गया

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