गयाः बिहार के गयामें कमीशन खोरी का मामला सामने आया है. गया स्वास्थ्य विभाग के लेखापाल पर भुगतान के एवज में 30 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप ( health department Accountant accused) वाहन एजेंसी के संचालक ने लगाया है. इसके विरोध में गया जिले के जयप्रकाश नारायण अस्पताल में किराए पर अपने वाहन देने वाले नागभूषण पैसे के भुगतान के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. उसका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के लेखा पदाधिकारी 30 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे हैं. कमीशन की राशि नहीं देने पर उनका 11 लाख का पेमेंट नहीं किया जा रहा.
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स्वास्थ्य विभाग में भाड़े पर चलते हैं चार वाहन:आम्रपाली टूर एंड ट्रेवल्स के प्रोपराइटर नागभूषण का चार वाहन स्वास्थ्य विभाग में भाड़े पर चलता है. स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी उन चार वाहनों से घूमते हैं. किंतु पिछले एक साल से चारों वाहनों के किराए का भुगतान नहीं किया जा रहा है. पीड़ित का कहना है कि पैसे के भुगतान के एवज में जयप्रकाश नारायण अस्पताल में कार्यरत लेखा प्रबंधक आशुतोष चौधरी 30 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे हैं. कमीशन नहीं देने पर भुगतान की 11 लाख की राशि नहीं दे रहे, जबकि सरकार से राशि आ चुकी है.
भुखमरी की कगार पर पहुंचे तो शुरू की भूख हड़तालः नागभूषण ने बताया कि पैसे नहीं मिलने से उनकी स्थिति भुखमरी के कगार पर आ गई है. लोन पर ली गई इन वाहनों से संबंधित बैंक अपने किश्त के पैसे की मांग कर रहे हैं. इस मामले को लेकर उसने डीएम, सिविल सर्जन सहित कई अधिकारियों को आवेदन दिया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इसलिए सिविल सर्जन के समक्ष मजबूरी में भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं. उसका कहना है कि जब तक उसकी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक भूख हड़ताल पर बैठा रहेगा.