गया:बिहार के गया में दादी और पोती की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. पूजा के लोटे को पकड़ने के चक्कर में दोनों नदी के गहरे पानी में डूब गए. एक ही परिवार की दो सदस्यों की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. यह दोनों जिउतिया पर्व की मूर्ति को विसर्जन के लिए पहुंची थीं. इसी क्रम में यह बड़ी घटना घट गई. ये घटना गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र की है.
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डूबने से दादी-पोती की मौत: जानकारी के अनुसार फतेहपुर थाना अंतर्गत गोयनिया गांंव की लाल परी देवी (70 वर्ष) और सोनाली कुमारी (10 वर्ष) पैमार नदी में जिउतिया पर्व की मूर्ति को विसर्जित करने गई थी. दादी लाल परी देवी और पोती सोनाली जिउतिया पूजन की मूर्ति डूबाने के बाद नदी में स्नान किया. स्नान के बाद दादी और पोती लौटने ही वाली थी कि इसी क्रम में उनके हाथ से पूजा का लोटा छूट गया.
पूजा के लोटा के चक्कर में दोनों डूबे: परिजनों के मुताबिक पूजा का लोटा नदी में गिरा तो दोनों दादी-पोती लोटा को पकड़ने के चक्कर में आगे बढ़ते चले गए और फिर गहरे पानी में चले गए. गहरे पानी में जाते ही दोनों डूबने लगे. गांव के लोगों ने यह देखा तो बचाने के लिए दौड़े लेकिन तब तक दोनों नदी में गहरे पानी में डूब चुके थे. इसके बाद ग्रामीणों ने पानी में गोता लगाकर दोनों को ढूंढना शुरू किया. करीब एक घंटे के बाद दोनों को नदी में खोजा जा सका और फिर बाहर निकाले जाने के बाद डॉक्टर के यहां ले जाया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया.
दो मौत से परिवार में कोहराम: वहीं, मृत घोषित होते ही परिजनों में चित्कार मच गया. दादी और पोती की मौत के बाद परिजन ही नहीं गांव के लोग भी सदमे में हैं. उधर घटना की जानकारी मिलने के बाद फतेहपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजकर छानबीन में जुट गई है. वहीं टनकुप्पा प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायत की मुखिया अनीता देवी ने भी मौके पर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया.