गया:बिहार में शराबबंदी कानून लागू किया गया. शराबबंदी के तुरंत बाद सरकार ने ताड़ी बेचने और पीने पर भी प्रतिबंध लगा दिया. इस कारण ताड़ी व्यवसाय से जुड़े लोगो से रोजगार छिन गया. इसके बाद सरकार की ओर से ताड़ी से जुड़े लोगों के लिए नीरा योजना लाई गई. योजना के तहत शहर में कई नीरा सेंटर खोले गए, लेकिन गया शहर में अब एक भी नीरा सेंटर नहीं दिख रहा है.
वहीं, नीरा सेंटर के बारे में जब मीडिया ने कृषि मंत्री प्रेम कुमार से सवाल पूछा. तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि बंद पड़े सेंटर को जल्द चालू करने का भरोसा दिया.
'नीरा केंद्र खोलन था अच्छा कदम'
बता दें कि बिहार में शराब पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है. इसी क्रम में ताड़ी पर भी प्रतिबंध लगाया गया था. इस कारण ताड़ी से जुड़े लोगों की रोटी-रोजी पर आफत आ गई. इस संबध में नगर विधायक सह बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार से ईटीवी भारत के संवाददाता ने बात की, तो उन्होंने कहा कि नीरा केंद्र खोलना सरकार के लिए एक अच्छा कदम था. इसके बारे में पूरी जानकारी लेकर मैं आपको बताऊंगा. उन्होंने कहा कि मामले में संज्ञान लेकर इस पर समीक्षा की जाएगी.
लाइसेंस के लिए लिया जा रहा है आवेदन
ईटीवी भारत संवाददाता ने नीरा केंद्र के बारे में जानकारी लेने उत्पाद विभाग पहुंचे. तो उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त किशोर कुमार साह ने बताया नीरा के लाइसेंस लेने के लिए वर्ष 2020-2021 के लिए हमलोग आवेदन ले रहे हैं. वर्ष 2019-20 के लाइसेंस को नवीनकरण कराने के लिए आवेदन लिया जा रहा है. इसका अंतिम तिथि 31 मार्च तक है.