गया:चिंता देवी भले पढ़ी लिखी नहीं हों, लेकिन पूरे क्षेत्र को स्वच्छता का ऐसा पाठ पढ़ाया कि लोग उनके मुरीद हो गए. चिंता पिछले 40 सालों से गया नगर निगम के सफाई कर्मी के रूप में काम कर रही थी (Gaya Nagar Nigam Election Result ). चिंता देवी रोजाना कचरा उठाने और झाडू़ लगाने का काम करती थीं. अब वे सब्जी बेचने का काम करती थीं, लेकिन इस बार गया नगर निगम का डिप्टी मेयर का पद आरक्षित होने के कारण चिंता देवी चुनावी मैदान में ताल ठोका (sweeper chinta devi became deputy mayor) और जनता का भरपूर समर्थन के साथ रिकॉर्ड मतों से सफाईकर्मी चिंता देवी डिप्टी मेयर बनीं.
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'2020 तक चिंता देवी झाडू लगाती रहीं' :चिंता देवी के पति का स्वर्गवास हो चुका है, लेकिन शहर को स्वच्छ रखने का अपना कार्य कभी नहीं छोड़ा. उन्होंने अपने दायित्व का ईमानदारी से पालन किया और लोगों के दिलों में अपना स्थान बना लिया. आज इसी का परिणाम है कि लोगों ने डिप्टी मेयर की कुर्सी तक पहुंचा कर यह भी संदेश दे दिया कि लोकतंत्र में सफाई कर्मचारी भी सर्वोच्च पद तक पहुंच सकता है. वर्ष 2020 तक चिंता देवी झाडू लगाती रहीं, उसके बाद जब वे सेवानिवृत्त हुईं तो सब्जी बेचने लगीं, लेकिन स्वच्छता को लेकर वे सजग रही.