गया: ज्ञान और मोक्ष की भूमि आतंकियों की पनाहगार बन गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले तीन वर्षों में आधा दर्जन आतंकियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिले के अलग-अलग क्षेत्रों के अल्पसंख्यक मोहल्ले में रहकर आतंकी अपना नेटवर्क चला रहे हैं.
कई आतंकी यहां से पकड़े गए
अभी तक कई आतंकी संगठनों के कई आतंकियों को देश के दूसरे राज्यों की पुलिस और एटीएस की टीम ने गया से गिरफ्तार किया है. गया में यह कोई नया मामला नहीं है. इससे पहले भी कई आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. ताजा मामला मानपुर के बुनियादगंज थाना क्षेत्र के पठानटोली का है. जहां से बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन के भारत प्रमुख एजाज अहमद को पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने गया पुलिस की सहयोग से गिरफ्तार कर लिया.
पारस नाथ, आईजी, मगध प्रमंडल एजाज को ले गई वेस्ट बंगाल एसटीएफ
मोहम्मद एजाज की गिरफ्तारी के बाद अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एकादश संदीप सिंह की अदालत में ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश किया गया. जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर पश्चिम बंगाल एसटीएफ को सौंप दिया गया. वह पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के पारुई स्थित अविनासपुर का रहने वाला है.
मजदूरी करता था एजाज
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2008 से उसने जेएमबी के लिए सक्रिय सदस्य के रूप में काम करना शुरू किया था. वर्धमान के खागड़ागढ़ में हुए धमाके में संगठन के बड़े-बड़े सदस्यों की गिरफ्तार हो जाने के बाद भारत में उसे जेएमबी का प्रमुख बनाया गया था. वह पकड़ा न जाये, इसके कारण दक्षिण भारत के विभिन्न जगहों में वह बंगाली मजदूरों के साथ मिल कर मजदूरी के काम की आड़ में छिपा हुआ था. हाल ही में वह गया लौटा था.
मगध प्रमंडल के आईजी का बयान
मगध प्रमंडल के आईजी पारस नाथ ने बताया कि सूत्रों से पता चला कि वर्धमान के खागड़ागढ़ धमाके में शामिल एक अन्य सदस्य को बिहार के गया जिले में देखा गया. इसके बाद एसटीएफ की एक टीम बिहार रवाना की गयी और इसकी गिरफ्तारी करने में सफलता मिली. आतंकी एजाज पर आइपीसी की धारा-120बी, 130 आइपीसी और चार-पांच एक्सप्लोसिव सब्सटैंसियल एक्ट के तहत मामला दर्ज है. इस मामले की सुनवाई चल रही है. इस मामले में कुल आठ अभियुक्त आशिफ इकबाल, मुजिउर रहमान, राहुल अमीन, शजाद अली, मनिरूल इस्लाम, आशिफ इस्लाम, कादीर काजी व एजाज अहमद बनाये गये हैं. सात आरोपितों का कोर्ट में ट्रायल चल रहा है, जिसमें आरोप गठित किया जा चुका है.
पहले भी हुई कई गिरफ्तारियां
यहां पहले भी कई आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 13 सितंबर 2017 को अहमदाबाद बम बलास्ट का मुख्य आरोपी और प्रतिबंधित संगठन सिम्मी का कुख्यात आतंकवादी तौसीफ पठान को उसके साथी के साथ गया के राजेन्द्र आश्रम से गिरफ्तार किया गया था. आतंकी तौसीफ 20 जुलाई 2008 के अहमदाबाद में 16 जगहों पर बम ब्लास्ट का आरोपित था. मोहम्मद तौसीफ भी नाम बदलकर कर करमोनी के एक स्कूल में शिक्षक का काम करता था. वहीं, इसके बाद 10 फरवरी 2018 को जम्मू के जिहादी संगठन के लिए साइबर सेल बनाने का काम करने वाला गया के नाला रोड के मोहम्मद अनवर उर्फ मुन्ना को सिविल लाइन थाने की पुलिस उसकी बैटरी दुकान से गिरफ्तार किया था.