गया: बिहार के गया में एफसीआई के कोर मैनेजर के सुसाइड (FCI core manager suicide in Gaya) कर लेने का बड़ा मामला सामने आया है. घटना का कारण विभागीय फटकार व टॉर्चर बताया जा रहा है. परिजनों ने भी कुछ ऐसा ही आरोप मगध मेडिकल थाना की पुलिस को दिए बयान में लगाया है. हालांकि चंदौती थाना की पुलिस का कहना है, कि प्रथम दृष्टतया खुदकुशी का कारण वर्कलोड और डिप्रेशन सामने आया है. मृतक एफसीआई चंदौती के कोर मैनेजर विमलदेव कुमार यादव (FCI Core Manager Vimaldev Kumar Yadav commits suicide) यूपी के इटावा जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के रहने वाले थे. घटना की जानकारी के बाद यूपी से परिजन गया पहुंचे.
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30 मार्च को वरीय अधिकारियों ने लगायी थी फटकार: 30 मार्च को विभाग के कुछ वरीय अधिकारी एफसीआई गोदाम चंदौती पहुंचे थे. यहां कोर मैनेजर विमलदेव कुमार यादव को कार्य संबंधी मामले को लेकर फटकार लगाई (FCI core manager scolded by senior officers) थी. इसके बाद विमलदेव असहज हो गए थे और फिर उन्होंने खुद को मौत के हवाले करने का घातक निर्णय लिया. फटकार से आहत विमलदेव ने शनिवार को सल्फास की कई गोलियां खा (FCI core manager consumed sulphas in Gaya) ली. सल्फास खाने से उनकी स्थिति बिगड़ गयी. एफसीआई के कर्मी उनकी हालत देखकर अवाक रह गए. आनन-फानन में उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस को उनका सुसाइड नोट मिला है. इसमें कई तरह की बातें लिखी गई हैं. पुलिस ने सुसाइड नोट होने की पुष्टि की है, किन्तु उसमें क्या लिखा है, इसका स्पष्ट तौर पर खुलासा नहीं किया है.