गया : विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीतिक सरगमी तेज हो गई है. सभी पार्टियों के नेता अपने-अपने क्षेत्र में विकास के दावे कर रहे हैं. इसी क्रम में गया जिले के टिकारी विधानसभा क्षेत्र में ईटीवी भारत की टीम पहुंची और वहां के स्थानीय विधायक से रूबरू होते हुए कई सवालों का जबाव लिया. सामान्य से लेकर तीखे सवालों तक पर विधायक ने खुलकर जवाब भी दिया.
गया जिले का टिकारी विधानसभा क्षेत्र अपने राजपाठ के इतिहास और जातीय संघर्ष के लिए चर्चित रहा है. पांच साल में टिकारी का कितना बदलाव हुआ है. क्या टिकारी किला पर विकास का हरा रंग चढ़ा है. किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिला है या नहीं. क्या पांच सालों में जातीय हिंसा कम हुई है. इन तमाम सवालों के साथ ईटीवी भारत ने टिकारी विधायक अभय कुशवाहा से बात की.
जवाब : सबसे बड़ा काम कृषि के क्षेत्र में हुआ है. कृषि के क्षेत्र में सिंचाई के लिए क्षेत्र के तीन पईन का पक्कीकरण करवाया गया है. इसमें 100 करोड़ की लागत आयी. लघु सिंचाई विभाग की तरफ से पांच सिंचाई योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है. वहीं जल-जीवन-हरियाली के तहत 18 सिंचाई योजनाओं पर काम चल रहा है.
सवाल: सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि टिकारी विधानसभा क्षेत्र के 'लाव बियर बांध' बनेगा, वो अभी तक पेंडिंग में है?
जवाब: लाव बियर बांध का कार्य पेंडिंग में नहीं है. मुख्यमंत्री की घोषणा यूं ही नहीं होती है. उसको धरातल पर उतारा जाता है. विभाग इस मामले को आगे बढ़ाया है. लगभग 53 करोड़ की लागत से लाव बियर बांध को बनाने की स्वीकृति मिल गई है.