गया: लॉक डाउन में फंसे हुए इंटरनेशनल ट्रैवलर्स को बिहार लाने पर उन्हें 21 दिनों तक आवासन में रखने के लिए इंटरनेशनल ट्रैवलर एकोमोडेशन बनाए जाने की संभावना है. इसी को लेकर बीटीएमसी के सभागार में डीएम अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में बोधगया के होटल और मोनेस्ट्री प्रबंधकों के साथ बैठक की गई.
बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान जो लोग विदेश में फंस गए हैं, उन्हें वापस लाने की बात चल रही है. जब वे वापस आएंगे, तो कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें 21 दिनों तक कहीं ना कहीं आवासन कराने की भी आवश्यकता है. इसके लिए गया को इंटरनेशनल ट्रैवलर एकोमोडेशन सेंटर बनाने की बात चल रही है.
हवाई अड्डे पर स्क्रीनिंग
डीएम ने कहा कि लोगों को चरणबद्ध समय में लाने की योजना है. इसके लिए पर्याप्त संख्या में कमरों की आवश्यकता होगी. बोधगया के होटल और मोनेस्ट्री की जो सूची उन्हें उपलब्ध कराई गई है, उसके अनुसार इन होटलों में कुल 1860 कमरे और सभी मोनेस्ट्री में 1000 से ज्यादा कमरे हैं.
कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुसार जो भी लोग आएंगे उन्हें 21 दिनों तक अलग आवासन करना आवश्यक है. यद्यपि जो भी आएंगे, वे पूरी तरह से मेडिकल जांचोपरांत ही आएंगे. इसके अतिरिक्त गया हवाई अड्डे पर भी उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही सभी होटल और मोनेस्ट्री के लिए मेडिकल टीम संबद्ध किए जाएंगे. यहां नीट एंड क्लीन ट्रेवलर ही आएंगे. लेकिन फिर भी प्रशासन की ओर से गठित स्वास्थ्य टीम उन पर नजर रखेगी.