गया : बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा बिहार के बोधगया प्रवास के दूसरे दिन शनिवार को महाबोधि मंदिर पहुंचे. महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में भगवान बुद्ध के दर्शन किए. साथ ही विशेष पूजा अर्चना करते हुए विश्व शांति की कामना की. बौद्ध धर्म गुरु ने महाबोधि मंदिर परिसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बोधगया विश्व की खास स्थली है, क्योंकि यहां हर किसी को शांति मिलती है.
बोधगया की पावन भूमि में मिलती है शांति- दलाई लामा :बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने महाबोधि मंदिर परिसर में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, ''बोधगया पावन भूमि है, जो विश्व की खास स्थली में से एक है. यहां बुद्ध भूमि में आने पर हर किसी को शांति मिलती है. इस पावन भूमि में भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. यहां विश्व से लोग भगवान बुद्ध के दर्शन करने के लिए आते हैं. यहां सभी को शांति मिलती है.''
बैट्री से चलने वाली ई रिक्शा से पहुंचे महाबोधि मंदिर : दलाई लामा बोधगया प्रवास पर 15 दिसंबर को पहुंचे हैं. शनिवार की सुबह बैट्री से चलने वाली विशेष ई रिक्शा से बौद्ध धर्म गुरु महाबोधि मंदिर पहुंचे. इसके बाद महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में विराजमान भगवान बुद्ध की प्रतिमा का दर्शन करते हुए नमन किया. मंत्रोच्चार के साथ महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना की. महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में लगभग एक घंटे तक पूजा अर्चना की. वहीं, इसके बाद महाबोधि मंदिर के परिसर में स्थित बोधिवृक्ष को भी नमन किया और ध्यान लगाया.
बोधि वृक्ष की परिक्रमा की :बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने महाबोधि वृक्ष की परिक्रमा की. वहीं, दलाई लामा की एक झलक पाने के लिए बौद्ध श्रद्धालु बेताब दिखे. जैसे ही तिब्बत मोनिस्ट्री से दलाई लामा महाबोधि मंदिर के लिए निकले, सड़कों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु हाथ जोड़कर खड़े दिखे. पूरी श्रद्धा से सिर झुकाकर उन्हें प्रणाम किया. वहीं, सड़कों पर खड़े सभी श्रद्धालुओं को बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने हाथ हिलाकर अभिनंदन किया.